scriptअगर आप भी खानपान में करते हैं ये गलती तो हो सकता है मानसिक रोग | Mental disorder due to imbalance diet plan | Patrika News

अगर आप भी खानपान में करते हैं ये गलती तो हो सकता है मानसिक रोग

Published: Nov 27, 2017 04:19:54 pm

अच्छा पोषण हमारी मानसिक सेहत के लिए जरूरी है और यह भी कि डाइट संबंधी बदलाव करके कई तरह मानसिक स्वास्थ्य से संबंधी समस्याओं को ठीक किया जा सकता है।

diet plan

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मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले कारकों में न्यूट्रिशन की भूमिका को दुनिया भर में पहचाना जा रहा है। डाइट और मानसिक सेहत के रिश्ते को पुख्ता करने वाले अध्ययनों में यह साबित हो रहा है कि डिप्रेशन, शिजोफ्रेनिया, अल्जाइमर्स और हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर जैसी मानसिक समस्याओं के विकास, प्रबंधन और बचाव में आपका खान-पान अहम रोल अदा करता है। एक अध्ययन के अनुसार रोजाना मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याओं का सामना न करने वालों में से दो तिहाई लोग रोज फल, फलों का रस और सब्जियां खाते हैं, वहीं कम मात्रा में हेल्दी फूड और ज्यादा मात्रा में चिप्स, चॉकलेट, रेडी टू ईट फूड और टेकअवे जैसे नुकसानदायक खाद्य पदार्थों का सेवन करने वालों में ये समस्याएं ज्यादा देखी गई हैं।

सही खान-पान से मूड भी सही
कितने ही शोध इस बात की पुष्टि करते हैं कि जब शरीर में पोषक तत्वों की कमी होती है तो डिप्रेशन जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इससे बचने के लिए खान-पान में लापरवाही को छोडक़र आपको ओमेगा थ्री फैटी एसिड युक्त जैसे अखरोट, असली, फोलेट युक्त शतावरी, काबुली चने, विटामिन बी12 युक्त ट्यूना, दूध और मैग्नीशियम युक्त पालक और दही जैसे खाद्य पदार्थ का सेवन करें। परिणाम एक हफ्ते में ही दिखाई देने लगेंगे।

भूख से बचना जरूरी
कई बार ऐसा होता है कि आपको गुस्सा आता है या फिर मूड ऊपर-नीचे हो रहा होता है। उसमें एंगर मैनेजमेंट के बारे में न सोचें। दरअसल आप ध्यान दें अपने पेट की तरफ। कई बार ऐसा भी होता है कि आप भूखी होती हैं और आपको इस वजह से दिमागी परेशानी हो रही होती है। शरीर जब खाना मांग रहा हो और आप खाने से दूर जा रही हों तो आप जाने-अनजाने से स्ट्रेस में आ जाती हैं। इससे आपके शरीर में डोपामीन हार्मोन का स्तर गिर जाता है और आप अपनी भावनाओं पर नियंत्रण खो देती हैं।

एंटीऑक्सीडेंट भरपूर हों
फ्री रेडिकल्स से बॉडी को होने वाले नुकसान से बचने के लिए एंटीऑक्सीडेंट्स का सेवन जरूरी है। ये आपको फल और सब्जियों में भरपूर मिल जाएंगे। गाजर, टमाटर, कैल और शकरकंदी में कैरोटिनॉइड नाम का एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होता है, जो आपके मूड को बेहतर बनाने के लिए श्रेष्ठ है।

स्ट्रेस ईटिंग का कुचक्र टूट सकेगा
दिन खराब बीतने के बाद घर लौटकर आइसक्रीम या चिप्स खाने से आप खुद को कुछ देर के लिए तो अच्छा महसूस करवा सकती हैं लेकिन स्ट्रेस में लगातार ऐसे खाद्य पदार्थ खाने से आपका वजन बढ़ सकता है। इससे आप फिर और ज्यादा स्ट्रेस में आएंगी और फिर से नुकसानदायक चीजें खाएंगी। इस कुचक्र को तोडऩे के लिए बेहतर होगा कि आप अपनी डाइट में हेल्दी फूड को जगह दें। इससे आप अच्छा महसूस करेंगी और स्ट्रेस से भी छुटकारा पा सकेंगी। हमेशा अपने घर और फ्रिज में हेल्दी चीजों को जगह दें, ताकि मन खराब होने पर कुछ खाने की इच्छा करे, तो कुछ अच्छा ही खाएं।

आप क्या खा रही हैं इससे यह तय होता है कि आप कैसा महसूस कर रही हैं। पौष्टिक आहार लेकर आप अपनी मानसिक सेहत को दुरुस्त रख सकती हैं और ज्यादा ऊर्जा और उत्पादकता बनाए रख सकती हैं। हाल ही किए गए कई अध्ययनों में यह सामने आया है कि अच्छा पोषण हमारी मानसिक सेहत के लिए जरूरी है और यह भी कि डाइट संबंधी बदलाव करके कई तरह मानसिक स्वास्थ्य से संबंधी समस्याओं को ठीक किया जा सकता है।

गुस्से में ज्यादा खाने से बचेंगे
असल में बहुत से लोग जब गुस्से में होते हैं तो उन्हें ज्यादा भूख महसूस होने लगती है और वे ज्यादा खाने लगते हैं लेकिन अगर आपके शरीर को भरपूर पोषण देने वाला आहार मिल रहा है तो आपके अपने सहकर्मियों, बच्चों या जीवनसाथी से छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा होने की आशंका बहुत ही कम हो जाती है।

अच्छी नींद के लिए भी जरूरी
नींद की कमी एक गंभीर समस्या है, जो आपके जीवन के हर पहलू को प्रभावित कर सकती है। नींद की कमी से डिप्रेशन और एंजाइटी जैसी मानसिक समस्याएं जन्म ले सकती हैं। लेकिन अगर आप संतुलित आहार ले रही हैं तो आप पूरी नींद ले पाएंगी और मानसिक रूप से स्वस्थ रह पाएंगी।

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