रिजका यूं तो पालतू मवेशियों को खिलाया जाने वाला चारा है, लेकिन क्या आपको मालूम है कि यह एक बहुउपयोगी औषधीय पौधा भी है।
रिजका में क्लोरोफिल की अधिकता होने के कारण इसमें क्षारीयपन अन्य वनस्पतियों से लगभग 6 गुना ज्यादा होता है। जिन्हें एसिडिटी, मोटापा, कब्ज है उनके लिए अंकुरित रिजके का प्रयोग फायदेमंद होता है। रिजका मूत्राशय की सूजन, गुर्दों की खराबी में फायदेमंद है। अंकुरित रिजका शरीर में चर्बी को कम करने का सशक्त माध्यम है।
यह गठिया-रक्तचाप जैसे रोगों में टॉनिक का काम करता है। इसका प्रयोग करते समय गरिष्ठ भोजन से परहेज रखना चाहिए। ताजा रिजका की पत्तियों में स्टीरॉल पाया जाता है जो पुरुष में टेस्टोस्टेरॅान की मात्रा बढ़ाता है, जिससे शरीर में स्फूर्ति बढ़ाता है।
यह आयरन से भरपूर है, यदि गर्भवती स्त्री को प्रतिदिन 20 से 30 ग्राम अंकुरित रिजका अनार के साथ खिलाया जाए, तो खून व कैल्शियम की कमी दूर होती है।