डायबिटीज : डायबिटीज टाइप-2 में लाभकारी है। वैसे इसके द्वारा बिना शक्कर के प्रयोग से पेय तैयार किया जा सकता है जिसे दूध के साथ या सोयाबीन के दूध के साथ भी बनाया जा सकता है।
संक्रमण : यूरिनरी ब्लैडर में संक्रमण को रोकता है। इसका प्रयोग शहद के साथ लाभ देता है। गुलाब की पत्तियों के साथ भी इसका प्रयोग करने से अच्छे परिणाम सामने आते हैं। पेट की जलन : गर्मी से पेट, आंखों, हथेलियों और पैरों के तलवों की जलन को शांत करता है तकमरिया।
एसिडिटी: दूध में भिगोकर पीने और गुलाब की पत्तियों के साथ लेने से एसिडिटी में आराम मिलता है।