प्यास लगी तो एक साथ क्या आप भी बहुत सारा पानी पी लेते हैं। पानी पीना अच्छी बात है, लेकिन एक साथ ज्यादा मात्रा में पानी पीना सही नहीं है। एक दिन में तीन से चार लीटर पानी पीने की सलाह दी जाती है, लेकिन इससे ज्यादा पीना कई बार नुकसान देह हो सकता है। शरीर में एक साथ ज्यादा मात्रा में पानी पहुचने पर ये इलेक्ट्रोलाइट्स को पतला कर देता है, जिससे हाइपोनेट्रेमिया नामक स्थिति हो जाती है। इसमें सोडियम का स्तर कम होने लगता है। इसलिए न तो ज्यादा पानी पीएं न एक साथ ज्यादा पीएं।
पानी बार-बार पीते रहना भी सही नहीं। क्योंकि पानी की अधिकता रक्त में सोडियम और अतिरिक्त तरल पदार्थ को संतुलित नहीं कर पाता है। इसलिए इससे शरीर में सूजन की समस्या हो सकती है। एडिमा होने का भी खतरा रहता है।
आयुर्वेद के मुताबिक, जब खड़े होकर पानी पीने से पेट पर अधिक प्रेशर पड़ता है, क्योंकि खड़े होकर पानी पीने पर पानी सीधा इसोफेगस के जरिए प्रेशर के साथ पेट में तेजी से पहुंचता है। इससे पेट और पेट के आसपास की जगह और डाइजेस्टिव सिस्टम को नुकसान पहुंचता है।
खाने खाते-खाते पानी पीते रहना सही नहीं होता। अगर आपको ऐसी आदत है तो आपको बदल लेनी चाहिए। खाने के साथ पानी पीने से पेट फूलने की समस्या अधिक होती है। पानी आपके गैस्ट्रिक जूस को पतला कर देता है, जिससे उन्हें पचाने में मुश्किल होती है, खासकर प्रोटीन को। इतना ही नहीं, आपको एसिड रिफ्लक्स की समस्या का भी ये कारण बनता है। खाने से 30 मिनट पहले और भोजन करने के 30 मिनट बाद ही पानी पीना चाहिए।
चिलचिलाती गर्मी के दौरान रेफ्रिजरेटर खोलना और ठंडा ठंडा पानी पीना आम बात है। हालांकि यह अच्छा लग सकता है। यह आपकी योनि तंत्रिका को नुकसान पहुंचा सकता है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली की सबसे लंबी तंत्रिका है।
अगर आप एक सांस में पानी पीने लगते हैं तो ये भी तरीका आपको नुकसान पहुंचा सकता है। पानी कई बार सीधे सीने से जाकर लड़ता है और इससे असहनीय दर्द हो सकता है। ये प्रक्रिया आपके अंगों को नुकसान पहुंचा सकती है।