ध्यान रखें
एक्सरसाइज से पहले वॉर्मअप करें। इससे शरीर लचीला होने के साथ बॉडी हैवी एक्सरसाइज के लिए तैयार हो जाती है।
व्यायाम ऐसा हो जो सभी अंगों पर फोकस करे।
लोअर बैक
वेट लिफ्टिंग का असर लोअर बैक पर पड़ता है। अधिक वजन उठाने से लोअर बैक की मांसपेशियों में इंजरी हो सकती है।
सलाह : धीरे-धीरे वजन बढ़ाएं ताकि शरीर इसके लिए तैयार हो सके।
घुटना : जोडों के अधिक इस्तेमाल पर नी-इंजरी का खतरा रहता है। जैसे ट्रेडमिल का ज्यादा इस्तेमाल करने वाले लोगों को नी इंजरी होने की आशंका रहती है क्योंकि ट्रेडमिल के दौरान घुटने पर ज्यादा जोर पड़ता है।
सलाह : वॉक करने की आदत डालें। इसके अलावा ट्रेडमिल या घुटनों से जुड़ी एक्सरसाइज कितनी करनी है ये एक्सपर्ट की सलाह से करें।
टखना : यह समस्या प्लेयर जैसे एथलीट में अधिक देखने को मिलती है। लिगामेंट में टिश्यू की पट्टियां होती हैं, जो हड्डियों को जोडक़र रखती हैं। टखने पर अधिक दबाव लिगामेंट को इंजर्ड कर सकता है। जो लोग ऊबड़-खाबड़ जगहों पर टहलते या दौडते हैं, उनमें इसका खतरा अधिक रहता है।
सलाह : हमेशा समतल जगह पर ही दौड़ें। जूते वही पहनें जो आपके पैरों में फिट हो।
कंधा : अधिक देर तक कंप्यूटर पर काम करने के दौरान कंधों में खिंचाव आ सकता है। खासकर उन्हें जो इस दौरान मांसपेशियों पर जोर अधिक डालते हैं।
सलाह : अधिक देर तक एक पॉश्चर में न बैठें व इस दौरान पीठ सीधी रखें।
फिटनेस ट्रेनर की सलाह जरूर लें
ऐसे वर्कआउट करें जिससे हाथ, पैर, बाइसेप्स, हिप्स पर समान असर पड़े। एक्सरसाइज के बाद रिलैक्स करें। ट्रेनर की सलाह मानें क्योंकि वे बॉडी टाइप के अनुसार वर्कआउट बताते हैं।
ये दिक्कतें हैं कॉमन
बिगड़ी लाइफस्टाइल और व्यायाम का गलत तरीका मसल या लिगामेंट इंजरी, बार-बार होने वाली स्ट्रेस इंजरी, कार्टलेज टियर्स, टेंडनाइटिस जैसी इंजरी का खतरा बढ़ाता है।