शहतूत पेट के कीड़ों को नष्ट करता है और पाचनशक्ति बढ़ाता है। प्यास लगने पर भी इसे खा सकते हैं क्योंकि इसमें काफी मात्रा में पानी होता है।
शहतूत के अलावा इसका शर्बत भी लाभदायक माना जाता है। इसे पीने से पेट या सीने की जलन शांत होती है और झुर्रियां नहीं होतीं। अधिक गर्मी के कारण पीला पेशाब आने लगे तो, शहतूत के रस में मिश्री मिलाकर पीएं।
लंबे समय तक शहतूत खाने से पुराना कफ खत्म होता है।
शहतूत खाने से रक्त साफ होता है।
बुखार के दौरान आंखों, तलवों और हथेलियों में होने वाली जलन शांत होती है।