याददाश्त बढ़ाने के लिए रोजाना कुछ नया सीखें। एक शोध में पता लगाया कि ये बात सामने आई कि आसान कामों की जगह डिजिटल फोटोग्राफी, ड्राइविंग, संगीत आदि सीखने से याददाश्त में बेहतर बदलाव आता है और दिमाग तेज होता है।
याददाश्त बढ़ाने के लिए डाइट में हरी सब्जियों का भरपूर सेवन करें और खूब पानी पीएं। इसके अलावा नॉनवेज में मछली और मछली के तेल से बनी चीजों का सेवन करें, इससे दिमाग को काफी फायदा मिलता है। रेड मीट, डेयरी उत्पादों और मीठी चीजों का सेवन कम ही करें। चीनी अधिक लेने से मस्तिष्क सिकुड़ता है और याद्दाश्त पर भी असर पड़ता है।
विटामिन डी याददाश्त को सही बनाएं रखने में मदद करता है। इसकी कमी होने पर भी याददाश्त कमजोर हो सकती है। इसकी पूर्ति के लिए नियमित कुछ समय धूप में बैठें।
कई बार पूरी नींद न लेने के कारण भी याददाश्त कमजोर पड़ने लगती है। इसलिए याददाश्त को तेज करने के लिए पर्याप्त नींद लें। नींद पूरी होने से दिमाग की नई चीजें सीखने की क्षमता बढ़ती है।
टेंशन लेने से शरीर में कोर्टिसोल नाम का हार्मोन बनता है, जिसका याददाश्त पर असर पड़ता है। इससे आप बातों और चीजों को याद भूलने लगते हैं। इसलिए याददाश्त को तेज करने के लिए तनावमुक्त रहें। तनावमुक्त रहने के लिए योग, ध्यान और कसरत आदि करें।
याददाश्त मांसपेशियों की तरह है। लगातार एक्टिव न रहने से जैसे मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं, वैसे ही याददाश्त भी कमजोर हो जाती हैं। जोड़-घटाव के लिए कैलकुलेटर की जगह दिमाग का इस्तेमाल करें।
रोजाना सुबह उठकर जॉगिंग या व्यायाम करें।
नाक से सांस लेने वाले व्यायाम (जैसे अनुलोम-विलोम) करें।
मस्तिष्क को शांत रखने के लिए 1 कप उबले पानी में गुलाब की पंखुडिय़ां व चीनी डालें। ठंडा होने के बाद पीएं।