स्वस्थ्य रहना है तो ग्रीन टी, सेब का सेवन करें
Published: Apr 14, 2015 11:01:00 pm
एन्जियोजेनेसिस के जरिए ही कैंसर और एंथेरोस्लेरोटिक का खतरा बढ़ता
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लंदन। ह्वदयरोग और कैंसर का खतरा कम करना है तो ग्रीन टी और सेब का नियमित रूप से सेवन करें। यह बात एक शोध में कही गई है। ग्रीन चाय और सेब में मौजूद पोलीफेनॉल्स शरीर में मौजूद एक अणु (मॉलीक्यूल) को अवरूद्ध कर देता है। इस अणु से ही शरीर में एथेरोस्लेरोसिस बढ़ता है। एथेरोस्लेरोसिस से ही आगे चलकर ह्वदयरोग, स्ट्रोक और मृत्यु का कारण बन सकता है।
ब्रिटेन में इंस्टीट्यट ऑफ फूड रिसर्च (आईएफआर) के शोधकर्ता पॉल क्रून ने कहा, इन आंकड़ों से एक स्पष्ट तंत्र का पता चलता है, जो भोजन में बायोएक्टिव यौगिकों को लाभकारी प्रभावों के साथ जोड़ता है। शरीर में मौजूद मॉलीक्यूल एसक्यूलर एंडोथीलाइल ग्रोथ फैक्टर (वीईजीएफ) अस्वस्थ कोशिका में रक्त वाहिनियों के निर्माण के मुख्य प्रवाहक हैं। इस प्रक्रिया को एन्जियोजेनेसिस कहा जाता है।
एन्जियोजेनेसिस के जरिए ही कैंसर और एंथेरोस्लेरोटिक का खतरा बढ़ता है। इस शोध के दौरान शोधकर्ताओं को यह पता चला कि ग्रीन चाय में मौजूद एपीगलोकैटचीन गैलेट (ईजीसीजी) और सेब में मौजूद प्रोसाइनिडिन से वीईजीएफ के कामकाज को अवरूद्ध कर देता है। यह शोध “मॉलीक्यूलर न्यूट्रीशन एंड फूड रिसर्च” पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।