scriptएट्रोसिटी के विरोध में शत प्रतिशत सफल रहा बंद | 100 percent successful on protesting against Atrocity | Patrika News

एट्रोसिटी के विरोध में शत प्रतिशत सफल रहा बंद

locationडिंडोरीPublished: Sep 07, 2018 04:32:30 pm

Submitted by:

shivmangal singh

शांति पूर्वक नगर में निकाली रैली सौंपा ज्ञापन

100 percent successful on protesting against Atrocity

100 percent successful on protesting against Atrocity

डिंडोरी। एसटी एससी एक्ट में केन्द्र सरकार द्वारा किए गए संसोधन बिल के विरोध में अनारक्षित वर्ग के आह्वान पर गुरूवार को आयोजित भारत बंद का जिले में व्यापक असर देखने मिला। बंद को जिला मुख्यालय समेत तमाम विकासखंड स्तर एवं गांवों में भी पुरजोर समर्थन मिला। जिसके परिणामस्वरूप सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान पूरे दिन बंद रहे। वहीं पेट्रोल पंप भी बंद रहे। बस सेवा तथा ऑटो टेम्पों के बंद समर्थन के कारण बस स्टैंड पर लोग वाहनों का इंतजार करते नजर आए। शैक्षणिक संस्थाओं में भी उपस्थिति बहुत कम दर्ज की गई है। बंद के मद्देनजर प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर रखे थे, जिसके तहत सभी मार्गो पर संसाधनों से लैस पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था। खुफिया एजेंसी भी सक्रिय होकर पल पल खबर ले रही थी। गुरूवार की दोपहर नगर बंद के बाद दोपहर 12 बजे स्थानीय बस स्टैंड से पैदल रैली का आयोजन किया गया। आरक्षण बिल संसोधन के विरोध में लामबंद नागरिकों ने पुरानी डिंडोरी मंडला स्टैण्ड तक रैली निकाली गई जो कलेक्ट्रेट पहुंची और यहां राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में जांच उपरांत प्राथमिकी दर्ज कराने प्रमोशन में आरक्षण पर पाबंदी लगाने तथा इस काले कानून में आवश्यक बदलाव की दरकार की गई। गौरतलब है कि एट्रोसिटी एक्ट के दुरूपयोग पर चिंता जाहिर करते हुये सर्वोच्च न्यायालय ने फौरी कार्रवाई पर प्रतिबंध लगाते हुये आवश्यक सुधार किए थे। केन्द्र सरकार को सर्वोच्च अदालत का यह फैसला रास नही आया और संसद में इस फैसले को बदल दिया गया। जिसके विरोध स्वरूप अनारक्षित वर्ग लामबंद हो गया है। जिले में बंद पूरी तरह शांतिपूर्व रहा। जिले में बंद के दौरान समर्थकों में कांग्रेसी और भाजपाई भी शामिल रहे जो दोनों पार्टियों के लिये बडी चिंता का सबब है। हालांकि पूरे प्रदेश में कांग्रेसी और भाजपाई नेता एक्ट में संशोधन के चलते सवर्णों के निशाने पर हैं।
शहपुरा रहा बन्द
नगर मे आमजनो ने एससी एसटी मे हुए संशोधन के विरोध मे नगर पूरी तरह बन्द रखा। इस दौरान नगर की सभी दुकाने सुबह से ही बन्द रही। लोगो का कहना था कि सुप्रीम कोर्ट के द्वारा दिए गए निर्णय को बदलने के लिए संसद ने जो कदम उठाए है वह गलत है। जिसके विरोध स्वरूप पूरे देश में बंद का आह्वान किया गया है और हम भी बन्द का समर्थन करते हुए अपना विरोध दर्ज करवा रहे है। नगर मे बन्द के हालत को देखते हुए सुरक्षा के पर्याप्त इन्तजाम रहे।
व्यापारियों ने स्वेच्छा से बंद रखे अपने प्रतिष्ठान
सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के खिलाफ सदन में निर्विरोध एस सी एस टी एक्ट पास कर दिए जाने से नाराज सवर्ण समाज पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक महाबंद का आगाज कर भारत बंद रखा। जिसका असर समनापुर में भी देखने को मिला। व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठानें के ताले तक नही खोले एवं अपने प्रतिष्ठान बंद कर शांतिपूर्ण तरीके से सामूहिक रूप से भारत बंद का समर्थन किया।
बंद का रहा व्यापक असर
एससी एसटी एक्ट के खिलाफ बंद करंजिया मुख्यालय मे प्रभावी नजर आया। शाम तक मार्केट की पूरी दुकान बंद रही। सड़कों पर केवल मुसाफिरो एवं व्यापारियो की भीड नजर आ रही थी। इस दौरान गांव से आए लोगो को खरीदी एवं बिक्री के लिए परेशान होना पड़ा। मुख्यालय मे किसी भी प्रकार की जोर जबरदस्ती एवं असामाजिक वातावरण निर्मित नही हुआ शांतिपूर्ण ढंग से बंद का आयोजन किया गया। स्थानीय लोगो एवं व्यापारियो ने स्वेच्छा से ही अपने प्रतिष्ठान बंद कर दिए कुछ खुले प्रतिष्ठान खुले भी रहे जिन्हे जबरन बंद नहीं कराया गया। इस दौरान पूरे दिन यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से चालू रही। दोपहर 2.30 बजे सामान्य एवं पिछडा वर्ग के लोग एकत्रित होकर नायब तहसीलदार कार्यालय करंजिया पहुंचकर ज्ञापन सौप अपनी बात शासन को लिखित रूप मे कही। इस दौरान पुलिस व्यवस्था चाक चौबंद नजर आई। मुख्यालय के हर तरफ कर्मचारी तैनात रहे रात एवं दिन पुलिस के द्वारा गश्त की गई। मुख्यालय करंजिया के द्वारा एकत्रित समस्त व्यापारियों के द्वारा नए अध्यक्ष का चुनाव किया। इस दौरान करंजिया के समस्त बडे एवं छोटे व्यापारी उपस्थित रहे। सर्व सम्मति से इंद्रकुमार ताम्रकार को करंजिया व्यापारी संघ का अध्यक्ष चुना गया। जिसके बाद नव निर्वाचित अध्यक्ष ने सबका आभार प्रकट किया ।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो