मरीज को ले जाने कोई माध्यम नहीं था
संसाधन के आभाव में परिजन स्वास्थ्य केंद्र नही ले जा पा रहे थे। पीडि़त के एक रिश्तेदार ने स्वास्थ्य केंद्र तक छोटू को ले जाने 108 को कांल किया सूचना के बाद बजाग लोकेशन मैं तैनात 108 वाहन ढोढ गांव के लिए रवाना हुआ लेकिन पीडि़त के घर तक वाहन नही पहुंचा। ईएमटी अनिल मलगाम व पायलट संतोष प्रजापति पीड़त का घर का पता करते पहुंच गए लेकिन यहां भी पीडि़त को ले जाने कोई माध्यम नही सूझ रहा था फिर ग्रामीणों के द्वारा पूर्व में पीड़तों को ले जाने के लिए टोकनी व रस्सी के सहारे बनाई जाने वाली कांवड का उपयोग करने का मन बनाया और ग्रामीणों की मदद से कांवड़ तैयार कर वाहन तक ले जाया गया लगभग 1 किलोमीटर से अधिक दुर्गम मार्ग से पीडि़त को वाहन में लाया गया तब जाकर बुखार से पीडि़त छोटू को स्वास्थ्य केंद्र बजाग में भर्ती कराया गया।