डिंडोरीPublished: Jun 14, 2020 10:51:29 pm
Rajkumar yadav
सरकार ने अब तक नहीं की कोई मदद, खुद वहन किया ५५०० रुपए भाड़ा
300 people reached Dindori-Mandla from Kerala by booking a bus
डिंडोरी. केरल के इणकी जिले में लॉकडाउन में फंसे हुए डिंडोरी और मंडला के 300 नागरिक रविवार को अपने-अपने शहर पहुंचे। केरल से आए समनापुर ब्लॉक के कंचनपुर निवासी मुकेश कुमार ने बताया कि करीब महीने भर पहले हमने सांसद, डिंडोरी विधायक समेत कई नेताओं व अधिकारियों से वापसी के लिए गुजारिश की थी, लेकिन किसी ने हमारी मदद नहीं की। कई बार कॉल करने पर भी कॉल रिसीव नहीं किया गया। काफी जद्दोजहद के बाद 5500 रुपए सवारी में बस बुक करके वापस आए हैं। डिंडोरी वापस लौटकर मजदूरों ने सरकार और जन प्रतिनिधियों के रवैये पर सख्त नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि हमारे संकट के समय में सरकार ने कोई मदद नहीं की, लेकिन सरकार कम से कम बस का किराया वापस दिला दे। मुकेश के अनुसार उन्होंने पहले 09 जून की रेल टिकट कराई थी, लेकिन किसी कारण टिकट कैंसिल हो गई थी। लिहाजा स्वयं के खर्च से बस बुक करके घर लौटने पर मजबूर होना पडा। ग्रामीण मजदूर केरल के एर्नाकुलम से पहले मंडला पहुंचे। वहां मंडला के मजदूर उतर गए और डिंडोरी के लोगों ने स्वास्थ्य जांच के बाद फिर गाड़ी बुक की और यहां पहुंचे। उन्होंने शासन-प्रशासन से कई बार गुहार लगाई, लेकिन सरकारी सहायता नहीं मिली। वहीं कुछ मजदूरों को कटनी प्रशासन ने बस से डिंडोरी भेजा। डिंडोरी पहुंचने पर मजदूरों को गवर्नमेंट चंद्रविजय स्थित क्वारंटाइन सेंटर में जांच के लिए रोका गया था। डिंडोरी पहुंचते ही कांग्रेस विधायक ओमकार सिंह मरकाम उनसे मिलने पहुंचे और चाय.नाश्ते की व्यवस्था की। साथ ही स्वास्थ्य विभाग को स्वास्थ्य परीक्षण कराकर घर भेजने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।