डिंडोरीPublished: Feb 25, 2021 06:23:09 pm
ayazuddin siddiqui
विभाग ने कार्यवाही के नाम पर की कोरमपूर्ति
Ballast seized by the mineral department, now being used in asphalt plant
डिंडोरी. शासकीय अभिरक्षा में रखी सामग्री का उपयोग इतनी आसानी ने नही किया जा सकता, वह भी तब जब खनिज विभाग ने जब्ती सामग्री के ढेर पर उसे खुर्द-बुर्द ना किए जाने का नोटिस चस्पा कर रखा हो। इसके बाद भी ग्राम पंचायत दर्री मोहगांव के ग्राम बल्हि में सड़क निर्माण कंपनी के एक ठेकेदार द्वारा किराये पर लिये डामर प्लांट में जब्ती की गिट्टी का भरपूर उपयोग किया जा रहा है। कुछ दिन पूर्व ही गिट्टी के उठाव किए जाने का मामला सामने आया था। जिसे संज्ञान में लेते हुये खनिज विभाग द्वारा मौके पर नोटिस चस्पा तो किया गया लेकिन यह सब ठेकेदार को नागवार गुजरा और वह बेखौफ हो जब्त गिट्टी का उठाव कर उसका उपयोग डामर प्लांट में कर रहा है। जिसे देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि विभाग द्वारा कार्यवाही के नाम पर महज कोरम पूर्ति की गई।
एसडीएम ने किया था निरीक्षण
जानकारों की माने तो दो दिन पहले डिंडोरी एसडीएम ने उक्त स्थल का निरीक्षण किया था। जिसमे डामर प्लांट संचालक के पास मौके पर कोई भी दस्तावेज नहीं पाए गये थे। स्थिति देख नाराज एसडीएम ने दूसरे दिन ही सारे दस्तावेज कार्यालय में प्रस्तुत करने का फरमान जारी किया था। ऐसे में अब देखना यह है कि वास्तव में प्लांट संचालक ने दस्तावेज प्रस्तुत किये अथवा नही। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने तो पहले ही स्वीकृति ना होने की बात कही थी। ऐसे में सभी दस्तावेज कैसे उपलब्ध होंगे यह सोचनीय पहलू है।
लगाया था जुर्माना
बताया जा रहा है कि उक्त स्थल पर अवैध रूप से क्रेसर का संचालन और अवैध खनन के चलते कंपनी पर 2 करोड 38 लाख का जुर्माना लगाया गया था। बीते दो वर्षों से जुर्माने से संबंधित फाइल विभाग में धूल खा रही है। तत्कालीन खनिज निरीक्षक ने जुर्माने की कार्यवाही की और हाल में ही प्रभारी खनिज निरीक्षक ने भी स्वीकार किया कि गिट्टी पूर्व में खनिज विभाग द्वारा जब्त की गई थी। ऐसे में डामर प्लांट संचालक किसके इशारे और शह पर भारी तादाद में गिट्टी का उठाव कर रहा है यह जांच का विषय है।
कार्यवाही पर सवाल
विभाग को जहां से करोड़ो रुपए का राजस्व मिलना था वहां विभाग ने चुप्पी साध रखी है। संबंधित कंपनी पर विभाग ने जुर्माना तो लगा दिया लेकिन उसे जमा करवाने में लगातार लेट-लतीफी की जा रही है। ऐसे में विभागीय कार्यवाही पर सवाल उठना लाजमी है। जब नोटिस चस्पा किया गया था तब विभागीय अधिकारियों ने गांव के सरपंच सहित ग्रामीणों को भी वस्तु स्थिति से अवगत कराया था। लेकिन यहां तो हर रोज उठाव होता रहा और विभाग को भनक भी नही लगी। इस पूरे मामले को लेकर तत्कालीन खनिज निरीक्षक के साथ ही वर्तमान खनिज निरीक्षक पर भी उंगली उठनी शुरु हो गई है।
इनका कहना है
खनिज विभाग द्वारा जांच कराई जा रही है। जाँच उपरांत जो भी तथ्य सामने आएंगे उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
महेश मंडलोई, एसडीएम डिंडोरी