डिंडोरीPublished: Jul 18, 2019 10:34:51 pm
ayazuddin siddiqui
मेहंदवानी के उत्कृष्ट विद्यालय का मामला
स्कूल मैदान व सुविधाघर के सामने लगा साइकिलों का अंबार
शहपुरा. मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य डिंडोरी जिले में स्कूल चलें हम अभियान के तहत साईकिल वितरण योजना में शिक्षा विभाग के अफसरों की लापरवाही उजागर हुई है। मामला जिले के मेंहदवानी विकासखंड मुख्यालय का है। जहां उत्कृष्ट विद्यालय के खेल परिसर एवं शौचालयों पर साईकिल बनाने वाले ठेकेदार ने अपना कब्ज़ा जमा लिया है। जिसके कारण स्कूली छात्र छात्राएं न खेल पा रहे हैं और न ही शौचालयों का उपयोग कर पा रहे हैं। दरअसल खेल मैदान एवं शौचालयों में साईकिल पाट्र्स का भंडार लगा हुआ है। जिसके चलते शौच के लिये छात्रों को बाहर जाना पड़ता है। पिछले एक महीने से स्कूल के खेल परिसर में खुले आसमान के नीचे सैंकड़ों साईकिलें रखी हुई है,बारिश के कारण जहां साईकिलें खराब हो रही है वहीं साईकिल बनाने वाले ठेकेदार के 6 कर्मचारियों को रहने के लिये स्कूल का एक कमरा तक उपलब्ध कराया गया है। लापरवाही उजागर होने के बाद अब जवाबदार अधिकारी मामले से अंजान बनते हुये नजर आ रहे हैं। वहीं शिक्षा समिति के जिलाध्यक्ष गंगा पट्टा ने शिक्षा विभाग के अफसरों को आड़े हांथो लेते हुए सरकार पर निशाना साधा व समस्या से जल्द निजात दिलाने मांग की।
स्कूल परिसर में साईकिलों के भंडार एवं शौचालयों में साईकिल पाट्र्स रखे जाने के कारण छात्र छात्राएं परेशान हैं तो वहीं स्कूल के प्राचार्य मसराम खुद स्वीकार कर रहे हैं कि स्कूल परिसर में साईकिल तैयार करने की वजह से छात्रों की पढाई, खेल सहित अन्य गतिविधियां प्रभावित हो रही है लेकिन वरिष्ठ अफसरों के फरमान के आगे वो बेबस दिखाई दे रहे हैं। प्राचार्य ने बताया कि एक महीने से साईकिल खुले आसमान के नीचे रखी हुई है जो बारिश में खराब हो रही है और शिक्षण सत्र शुरू हुये करीब डेढ़ महीने गुजरने के बाद भी छात्रों को साईकिल वितरण नहीं हो पाया है। जिसके कारण दूरदराज के छात्रों को पैदल ही स्कूल आना पड़ रहा है। जिस उत्कृष्ट विद्यालय में साईकिल का भंडार लगा हुआ है। उससे विकासखंड शिक्षाधिकारी कार्यालय की दूरी बमुश्किल दस मीटर होगी लेकिन बीईओ साहब को नहीं पता कि स्कूल के शौचालय में साईकिल पाट्र्स रखे होने के कारण छात्रों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं साईकिल बनाने वाले ठेकेदार के कर्मचारियों पर मेहरबानी के सवालों पर साहब गोलमोल बातें कर अपनी जवाबदारियों से पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं। जबकि शिक्षा समिति के जिलाध्यक्ष गंगा पट्टा ने साईकिल वितरण योजना में लापरवाही को लेकर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही का भरोसा जताया है।