दो माह से स्टेडियम पर टेंट संचालक का कब्जा
डिंडोरीPublished: Jul 23, 2018 06:29:58 pm
खिलाडिय़ों को हो रही दिक्कतें
Capture of tents operator on stadium for two months
डिंडोरी. जिला मुख्यालय के एकमात्र खेल मैदान पर टेंट संचालक ने पिछले माह से कब्जा जमाकर रख लिया है और यहां पर आधे स्टेडियम पर स्थाई डोम लगा दिया गया है। पिछले माह की आठ तारीख से यहां पर डोम को स्थाई तौर खड़ा कर दिया गया है। जिससे यहां पर खेलकूद गतिविधियां पूरी तरह बंद हैं। जिला मुख्यालय में एकमात्र खेल मैदान को घोषित तौर पर निजी व्यापारी को देना समझ से परे है। यहां खेलकूद गतिविधियों के अलावा शासकीय आयोजन भी होते हैं। कुछ सालों से यहां पर वैवाहिक कार्यक्रमों पर पूरी तरह रोक लगा दी गई थी, लेकिन स्थानीय प्रशासन ने इस साल से पुन: वैवाहिक आयोजनों के लिये खेल मैदान की अनुमति देना शुरू कर दिया है। बच्चे रोजाना सुबह-शाम यहां पर खेलने के लिये पहुंचते हैं, लेकिन खेल मैदान में लगे डोम के कारण उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ता है। स्टेडियम को विभिन्न आयोजनों के लिये देने से पूर्व उत्कृष्ट विद्यालय द्वारा प्रतिदिन के हिसाब से शुल्क लेकर रसीद काटी जाती है। टेंट व्यवसायी द्वारा लगाए गए डोम का भारी भरकम किराया शासकीय संस्थाओं से लिया जाता है। इसके अलावा वैवाहिक आयोजनों के लिये भी रसीद काटी जाती है, लेकिन इस बार जो डोम यहां पर लगाया गया है, वह स्थाई तौर पर लगा दिया गया है। मुख्य मार्ग के किनारे नगर के मध्य में बने स्टेडियम पर हुये इस कब्जे की जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों सहित जनप्रतिनिधियों को भी है, लेकिन डोम को हटाने की जरूरत किसी ने भी नहीं की है। कुल मिलाकर ऐसा प्रतीत होता है कि जिला प्रशासन को शायद खेल गतिविधियों को लेकर कोई रूचि नहीं है और सारे नियम कानून को ताक पर रखकर महीनों से एकमात्र खेल मैदान को निजी हाथों में सौंप दिया ।
सड़क किनारे रखे पोल से हादसे की आशंका
डिंडोरी। जिला मुख्यालय से लगे नर्मदा पुल पार ग्राम देवरा मार्ग पर विद्युत विभाग के पोल रखे गये हैं, जो सड़क से सटाकर रख दिया गया है। मिली जानकारी अुनसार शासन द्वारा सौभाग्य योजना के तहत गांव-गांव में हर मोहल्ले बिजली पहुंचाने की योजना बनाई गई थी और विद्युत विभाग के द्वारा ठेके पर काम कराया जा रहा है और काम आज भी अधूरा पड़ा है। ठेकेदार के द्वारा मनमर्जी के अनुसार काम को अंजाम दिया जा रहा है और अधिकांश जगह विद्युत पोल को सड़क किनारे ही रख दिया गया है। जिससे कई जगह घटना तक घटित हो चुकी है। बावजूद इसके पोलों को सड़क किनारे से नहीं उठाया जा रहा है। राहगीरों ने बताया कि बरसाती पेड़ पौधों के कारण सड़क किनारे रखे पोल दिखाई नहीं देते जिससे घटना की आशंका बनी रहती है।