scriptविभाग ने नजर हटाई, शुरु हो गई वनों की अवैध कटाई | Department removed sight, illegal felling of forests started | Patrika News

विभाग ने नजर हटाई, शुरु हो गई वनों की अवैध कटाई

locationडिंडोरीPublished: Oct 11, 2021 01:22:56 pm

Submitted by:

shubham singh

ठूंठ में तब्दील हो रहा हरा-भरा जंगल

Department removed sight, illegal felling of forests started

Department removed sight, illegal felling of forests started

बजाग. वन परिक्षेत्र बजाग के ग्राम खमहेरा बीट अंतर्गत लगातार हर्री के पेड़ों की कटाई की जा रही है। जिसे लेकर विभागीय अधिकारी कर्मचारियों ने चुप्पी साध रखी है। बताया जा रहा है कि जंगल के आस-पास के निवास करने वाले लोगों द्वारा ही हरे-भरे जंगल को बंजर में तब्दील किया जा रहा है। काटे गए हरे-भरे पेड़ो के अवशेष अभी भी मौके पर देखे जा सकते हैं। धीरे-धीरे कर पूरा क्षेत्र ठूंठ में तब्दील होता जा रहा है। विभाग को सूचना मिलने के बाद भी विभाग खामोश है। वन परिक्षेत्र मुख्यालय बजाग से खमेहरा बीट की दूरी महज 15 किलोमीटर है। जिसमें हमेशा से ही पेड़ों के काटने एवं घर ले जाने की अनेकों बार सूचना प्राप्त होती है। विभाग किसी भी प्रकार से इस पर अंकुश लगाने कदम नहीं उठा रहा है। पेड़ों के कटने से जंगलों में वनों का घनत्व लगातार कम हो रहा है। जबकि इसी क्षेत्र में पहले बड़ी बड़ी झाडिय़ां और बड़े पेड़ो का जंगलों का अच्छा खासा घनत्व था। महज कुछ ही सालों में यह पेड़ों का घनत्व बिरला होता जा रहा है और कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां पेड़ हुआ करते थे वह मैदान में तब्दील हो गए है। जिन लोगों ने पेड़ काटे उन पर विभाग कार्रवाई करने से बच रहा है और तो और विभाग द्वारा पेड़ों को बचाने और उन्हें सुरक्षा देने का प्रयास भी बिरले ही किया जा रहा है। वन संरक्षण के तहत चलाई जा रही अनेकों योजनाएं सिर्फ कागजों तक ही सिमट कर रही गई हैं। जंगलों में गर्मी के दिनों में आग से पेड़ झुलस जाते हैं और बरसात के बाद पुन: ग्रामीणों के द्वारा कटाई शुरू कर दी जाती है। वनों के संरक्षण के लिए प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं जबकि उच्च अधिकारी लगातार हो रही पेड़ो की कटाई के बाद भी चुप्पी साधे हुए हैं। इसी वर्ष गर्मी के मौसम आने पर धू-धू करके पूरा जंगल जल रहा था जिस पर हाईकोर्ट ने भी संज्ञान लिया था। इसके बाद भी किसी तरह के वन संरक्षण के लिए प्रयास ना किया जाना वन संरक्षण के दावों पर सवाल लगा रहा है। ऐसे ही हालात रहे तो वह दिन दूर नहीं जब बजाग का उक्त वनीय क्षेत्र मैदान में तब्दील हो जाएगा।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो