डिंडोरीPublished: Aug 21, 2019 09:42:21 pm
Rajkumar yadav
न्याय पर लोगों का बना रहे भरोसा ऐसा करना चाहती है काम
Dindori’s daughter Shorty Mercam became a civil judge
डिंडोरी. जिले की बेटी लघुता मरकाम ने सिविल जज की परीक्षा पास कर प्रदेश में जिले का नाम गौरवान्वित किया है। लघुता महज 23 वर्ष की है जिनकी अथाह मेहनत और परिश्रम के बलबूते आज इस मुकाम को हासिल किया है। लघुता के पिता जवाहर मरकाम भी सिविल जज रहकर रिटायर्ड हो चुके है। लघुता दो बहन है जिनमे वह छोटी है। लघुता की प्रारंभिक पढाई सागर जिले के बंडा में हुई थी। इसके बाद 12 वीं तक कामर्स विषय लेकर पढाई की। 12 के बाद लघुता के पिता ने उन्हें आगे की पढाई के लिए बैंगलोर भेज दिया था। जहां उन्होंने के के एल ई सोसायटी लॉ कॉलेज में अध्ययन कर वर्ष 2018 में सिविल जज की परीक्षा दी थी। लघुता इसी के चलते 1 साल इंदौर में रहकर आकार आई ए एस संस्था में कोचिंग की।
बचपन से ही था सपना
लघुता मरकाम ने सिविल जज परीक्षा के लिए जिस प्रकार से तैयारी की है। उसमें 6 से 7 घंटे प्रतिदिन पढाई को देती थी। वहीं भोजन में हल्का खाना खाया करती थी। दिन में 1 बजे से रात 8 बजे तक कोचिंग के बाद रात में हल्का खाना खाकर फिर पढाई करती थी। लघुता का शुरू से ही सपना था कि वह सिविल जज बनकर महिलाओ के लिए कुछ कर सके। क्योंकि जिस तरह से महिलाओ पर अत्याचार हो रहा है उसे लेकर वह बहुत सोचती है। न्याय पर लोगो का भरोसा बना रहे ऐसा काम करना चाहती है।
दो बहन सोच एक जैसी
लघुता मरकाम की बड़ी बहन एकता सिंह है जिन्होंने लॉ की पढाई पूरी कर ली है और उंन्हे भी आगे सिविल जज बनना है। लघुता पढाई के साथ क्रिकेट, कुकिंग, ट्रेवलिंग का शौक रखती है। नई नई जगहों में घूमना वहां का कल्चर देखना उंन्हे बेहद पसंद है। लघुता ने बताया की जिस कोचिंग में उन्होंने पढ़ाई की है वहां से 15 बच्चो का चयन हुआ है सिविल जज के लिए।