डिंडोरीPublished: Sep 21, 2023 12:03:57 pm
shubham singh
विकास खंड मेंहदवानी के दनदना जलाशय का मामला
डिंडौरी/मेंहदवानी. विकास खंड मेंहदवानी के ग्राम देवरगढ़ में जल संसाधन विभाग ने दनदना नदी पर लगभग 16 वर्ष पूर्व जलाशय का निर्माण कराया था। खेतों की सिंचाई के उद्देश्य से बनाए गए दनदना जलाशय के नहर निर्माण में जल संसाधन विभाग ने अनियमितता बरती और नहर के नाम पर किसानों की जमीन अधिग्रहण कर मिट्टी से नहर बना दी। कच्ची नहर होने की वजह से हर वर्ष फूट जाती है, जिससे किसानों के खेतों में पानी भर जाता है और किसानों की फसल बरबाद हो जाती है। नहर फूटने से जिन किसानों के खेत में पानी भर जाता है उसका भी नुकसान होता है और जिन किसानों के खेत तक पानी नहीं पहुंचता उन किसानों की फसल सूख जाती है। यह सिलसिला पिछले कई वर्षों से चला आ रहा है।
कई बार शिकायत हुई, फिर भी नतीजा नहीं निकला
दनदना जलाशय के नहर से पानी नहीं मिलने की शिकायत किसानों द्वारा शासन प्रशासन से कई बार की गई है, लेकिन जल संसाधन विभाग हर वर्ष नहर मरम्मत के नाम पर मिट्टी डालकर खानापूर्ति कर देता है, जिससे नहर फूट जाती है। किसानों ने बताया कि इस संबंध में जनसुनवाई से लेकर सांसद विधायक को आवेदन देकर पक्की नहर बनवाने की मांग की गई लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। ग्रामीणों ने इस दिशा में प्रभावी तरीके से ध्यान देने की मांग की है। दनदना जलाशय के नहर से पानी नहीं मिलने पर ग्राम पंचायत भवन कठौतिया में बुधवार को 12 गांवों के किसानों की बैठक हुई। बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया कि चुनाव के पहले तक पक्की नहर का निर्माण कराकर पानी चालू नहीं कराया गया तो आगामी विधानसभा लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा
इन ग्रामों के किसान हुए शामिल
नहर से पानी नहीं मिलने की समस्या से जूझ रहे ग्राम चाटा, सुखलौंड़ी, गुंझियारी, राखी, खम्हरिया, उमरिया, सुडग़ांव, खजरवारा, कठौतिया, पारापानी, बगली एवं ग्राम भुरका के किसानों के द्वारा चुनाव पूर्व पक्की नहर बनाकर पानी चालू नहीं होने पर विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव बहिष्कार करने का प्रस्ताव पारित किया है। 6 ग्राम पंचायतों के 12 गांवों के किसानों के द्वारा पहले से ही बैठक आयोजन कर चुनाव बहिष्कार करने का प्रस्ताव पारित किया गया। इसके बाद ग्राम कठौतिया के मुख्य मार्ग से होते हुए रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान नहर से पानी नहीं तो विधानसभा चुनाव में वोट नहीं के नारे लगाए गए।