डिंडोरीPublished: Aug 14, 2020 06:32:20 pm
ayazuddin siddiqui
जर्जर मार्ग से आवागमन करने वाले ग्रामीणों में नाराजगी
Fill the pit until the road is built
डिंडोरी/गोरखपुर. करंजिया विखं के अंतर्गत ग्रापं झनकी से सढ़वा होकर झापाटोला तक ग्रामीण क्षेत्रों को जोडऩे के लिए वर्षो पहले प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना से बना पहुंच मार्ग की ऐसी दुर्दशा हो गई हैं कि अब लोगों का पैदल चलना भी दुश्वार हो रहा हैं। इस मार्ग के बीच में पडऩे वाली तीन पंचायतो के नागरिक कह रहें हैं कि जब तक सड़क का पुन: निर्माण कार्य आरंभ नहीं किया जाता तब तक कम से कम सिंगल सड़क का समतलीकरण ही करा दिया जाए ताकि इस मार्ग में सुचारू रूप से आवागमन हो सके। ग्रामीणों का कहना हैं कि झनकी से झापाटोला तक के बीच सड़क जर्जर होकर सैकड़ों जगह से टूट गई हैं। सड़क में अनेकों स्थान पर बड़े बड़े गड्ढे उभर आए हैं। जिनमें बरसात का पानी भर गया हैं। यह मार्ग तीन पंचायत के नागरिकों के उपयोग के लिए प्रमुख मार्ग हैं। इस सड़क से लोग जनपद तथा जिलें तक अपने रोजमर्रा के कामों से आते जातें हैं। इसके अलावा बाहरपुर, खम्हारखुदरा, पंडरी पानी, ठाढ़पथरा आदि पंचायत के लोग आना जाना करतें हैं। इसके अलावा कृषक वर्ग भी खाद बीज एवं कृषि संबंधित कार्यों के लिए रोजाना इस मार्ग से गुजरते हैं। जिन्हें कठिनाइयों का सामना करतें हुए यात्रा पूर्ण करनी पड़ती हैं। ग्रामीणों ने बताया कि अभी और भी बारिश होना बाकी हैं। उससे पहले अगर यहां सड़क की व्यवस्था चलने लायक नहीं की गई तो आने वाले समय में मार्ग को पूरी तरह बंद करना पड़ सकता हैं।
जनप्रतिनिधि नहीं दे रहे ध्यान
ग्रामीणों का कहना है कि जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। सड़क की खस्ताहाल के संबंध में जनप्रतिनिधियों को कई बार अवगत कराया गया। जन प्रतिनिधि भी बदल गए लेकिन सड़क के हालात नहीं सुधरे। इस मार्ग में कुछ स्थानों पर डामर का नामोनिशान नहीं हैं तो कहीं बरसाती पानी से लबालब बड़े बड़े गड्ढ़ हैं। जहां से गुजरते समय जरा सी चूक हुई तो दुर्घटना निश्चित हैं बारिश में सड़क की हालत बद से बदतर हो चुकी हैं। इस सड़क की स्थिति कई वर्षो से इसी तरह की हैं। क्षेत्रीय लोगों ने अनेकों बार जनप्रतिनिधियों से मार्ग की दुर्दशा के संबंध में शिकायत की हैं लेकिन परिणाम शून्य हैं। जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है।
चोटिल हो रहें हैं लोग
ग्रामीणों ने बताया कि जगह जगह गड्ढे हो गए हैं जिसमें पानी भरा रहता हैं। जहां वाहन सवार गिरकर चोटिल हो जातें हैं साथ ही जब बड़े वाहन गड्ढो के बीच से गुजरते हैं तब पैदल चलने वालों के ऊपर कीचड़ उछलता हैं। रोजाना इस सड़क से वाहन लेकर चलने वाले चालकों का कहना हैं कि लग्जरी वाहन तो छोड़ो दोपहिया वाहन से सफर करना भी अब मुसीबत से कम नहीं। लग्जरी वाहन में सफर करने वाले भी कहते हैं कि चाहें जितना भी लग्जरी वाहन क्यों न हो लेकिन जैसे ही यहां पहुंचते हैं तो ऐसा लगता हैं ट्रैक्टर में सफर कर रहें हैं। उनका कहना हैं कि चमचमाती सड़क जब बनेगी तब बनेगी फिलहाल तो समतल हो जाए। ग्रामीणों की मानें तो बरसात के दिनों में इस मार्ग से आने जाने में सबसे अधिक दिक्तत होती हैं। सबसे विकट स्थिति तब निर्र्मित होती है जब कोई बीमार पडता है। उसे तत्काल उपचार के लिए अस्पताल तक ले जाने में फजीहत हो जाती है।