डिंडोरीPublished: Nov 18, 2021 12:46:17 pm
shubham singh
चालकों ने लगाए गंभीर आरोप, बिना शासकीय कर्मचारी संचालित हो रहा आरटीओ बैरियर
डिंडौरी/बजाग. मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ सीमा स्थित बैरियर से आवागमन करने वाले भारी वाहनों के चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि बैरियर में मौजूद लोगों के द्वारा दस्तावेजो की जांच के नाम पर वाहन चालकों से पैसों की मांग की जा रही है। पैसे न देने की स्थिति में वाहन चालकों को अनावश्यक परेशान किया जा रहा है। वाहन चालकों ने उक्त बैरियर को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। वाहन चालकों का आरोप है कि यहां तैनात कर्मचारियों के द्वारा की गई मांग के अनुसार राशि ना देने पर सुबह से रात तक दस्तावेज मंगाकर खड़ा कर लिया जाता है। जहां आधे अधूरे कागज होने की स्थिति में मनमाफिक राशि की मांग की जाती है। परमिट ना होने की स्थिति में 65 से 70 हजार रुपए की मांग की जाती है। उल्लेखनीय है कि सरकार द्वारा कारोना काल मे 2 वर्ष का टैक्स माफ कर दिया गया था। इसके चलते काफी ट्रक ड्राइवरों के दस्तावेज में अक्टूबर तक छूट थी और बीच में दीपावली के पर्व और छुट्टियों के दौरान परमिट वेलेडिटी नहीं बन पाई। जिसका सीधा फायदा बैरियर मे मनमानी राशि वसूली जा रही है। गत् दिवस आरटीओ बेरियर तरच में अनेक ट्रकों की कतार लगी हुई थी। ट्रक ड्राइवरों से इस संबंध में जानकारी लेने पर बताया गया कि कुछ पेपर की समय सीमा समाप्त हो गई है। इस कारण 68000 रुपए की मांग कर रहे हैं, कुछ वाहन चालक से टीपी ना होने से 70000 हजार मांगा जा रहा है। वाहन चालकों ने बताया कि वह लोग सुबह 8 बजे से तरच आरटीओ बेरियल में खड़े हैं अभी रात होने के बाद भी नहीं छोडा गया है। वैसे ही सरकार ने पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ाकर वाहन मालिकों और ट्रांसपोर्टेशन की कमर तोड़ कर रख दी है। ऐसे में वाहन मालिक और चालक से 70 हजार रूपये मांगाया जा रहा है। जानकारी अनुसार यहां से प्रतिदिन सैकड़ों वाहन निकलते हैं जिसमें शासन को राजस्व के आय की आशा होती है पर यहां पदस्थ कर्मचारी एवं अधिकारी द्वारा शासन को सीधे तरीके से बट्टा लगाया जा रहा है। वाहन मालिकों एवं चालकों से मिली जानकारी अनुसार ट्रक ड्राइवरों को यहां काफी परेशान किया जाता है।
प्रशासनिक अधिकारियों ने साधी चुप्पी
बताया जा रहा है कि उक्त बैरियर में तैनात लोग न तो शासकीय कर्मचारी हैं और न ही शासन की ओर से उन्हे यहां नियुक्त किया गया है। इसके बाद भी इनके द्वारा वाहनों को रोककर बकायदे जांच भी की जा रही है और उनसे जांच के नाम पर पैसे भी लिए जा रहे हैं। इस संबंध में कई बार वरिष्ठ अधिकारियों को भी अवगत कराया गया लेकिन अब तक मामले में किसी भी प्रकार की गंभीरता प्रशासनिक अधिकारियों ने नहीं दिखाई है और न ही कोई प्रभावी कार्रवाई अधिकारियों द्वारा की जा रही है।
बिना रसीद दिए वसूल रहे पैसे
वाहन चालकों और मालिकों का आरोप है कि बैरियर में पैसे तो लिए जा रहे हैं लेकिन उनकी रसीद नहीं दी जा रही है। बताया जा रहा है कि एक वाहन से 12000, दूसरे वाहन से 14000 हजार और तीसरे वाहन से 18000 हजार रुपए बिना रसीद दिए लिया गया कुल तीन वाहन से 44,000 हजार वसूला गया। इस विषय में उच्चाधिकारियों से बात करने पर भी उसका कोई जवाब नहीं दिया गया है। वहां मौजूद अधिकारी किसी भी प्रकार का जवाब देने से कतराते रहे।
इनका कहना है
मेरे वाहन क्रमांक यूपी 70 जीटी 5044 में परमिट कागज की कमी है इसी कारण मेरे से 68000 की मांग की जा रही है। वाहन में गन्ना लोड है, बताया गया कि पैसे नहंी है। जिस पर उन्होन कहा कि 25000 से कम नहीं होगा आप दो और चले जाओ, बाद में मेरे से 14000 रूपए लिए गए, जिसकी कोई रसीद नहीं दी गई है।
नीरज सिंह, वाहन चालक
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सुबह से वाहन क्रमांक केए 05 एबी 1577 एवं केए 05 एबी 6576 लेकर सुबह से आरटीओ बेरियल पर खड़ा हूं। टीपी न होने की वजह से 70000 रुपए की मांग की गई। लगभग 11 घंटे से भूखे प्यासे खड़े हैं, अभी उन्होंने मेरे से 18000 लिए उसके बाद जाने की परमिशन दि। जिसके बदले में किसी भी प्रकार की रसीद नहीं दी गई।
राजेंदरा नल, वाहन चालक
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आप के माध्यम से संज्ञान में आया है। उक्त विषय में वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में लिया जाएगा और जांच की जाएगी अगर गलत पाया जाता है तो कार्यवाही की जायेगी।
रमा दुबे, आरटीओ डिंडोरी