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हमारे व्यक्तित्व विकास में शिक्षा का अहम योगदान

locationडिंडोरीPublished: Oct 31, 2021 12:39:44 pm

Submitted by:

shubham singh

महाविद्यालय में आयोजित हुई कार्यशाला

Important contribution of education in our personality development

Important contribution of education in our personality development

डिंडोरी. मेकलसुता महाविद्यालय में शिक्षा विभाग के द्वारा दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का विषय शिक्षा में कला के महत्व को व्यक्त करना था। कार्यक्रम का प्रथम उद्घाटन सत्र 29 अक्टूबर को महाविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. प्रदीप द्विवेदी एवं उपप्राचार्य डॉ. बीएस द्विवेदी द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। जिसमें छात्राओं द्वारा मां सरस्वती वीणावादिनी की वंदना का गायन किया गया। परीक्षा प्रभारी प्रो निरंजन पटेल, कम्प्यूटर विभाग के प्रो कमलेश धर बडग़ैंया एवं महाविद्यालय के समस्त विभागों के विभागाध्यक्ष एवं प्राध्यापक उपस्थित रहे। बीएड की विभागाध्यक्ष प्रो भारती सिन्हा, बीएससी बीएड की विभागाध्यक्ष प्रो. रजनी रैकवार एवं कला शिक्षा विषय विशेषज्ञ प्रो. अनुराधा बाल्मीकी द्वारा कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गई। जिसमें विभाग की अन्य प्राध्यापकों का योगदान सराहनीय रहा। कार्यक्रम में मुख्यरूप में प्रथम दिवस में पॉट मेकिंग, क्ले वर्क, न्युज पेपर वर्क, वॉल हैंगिंग, अनुपयोगी से उपयोगी सामग्री, तोरण बनाने का आयोजन रखा गया। कार्यशाला के द्वितीय दिवस में दीपक डेकोरेशन, जूट वर्क, पेंटिंग, पूजा थाल सज्जा, जैसे अनेक क्षेत्रों पर प्रो. अनुराधा बाल्मीक के द्वारा विद्यार्थियों ने दिशा निर्देश प्राप्त कर अपनी-अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया एवं बढ़-चढ़ कर कार्यक्रम में भाग लिया। उद्घाटन सत्र के बाद विद्यार्थियों के प्रोत्साहन हेतु रजिस्ट्रार महोदय द्वारा यह बताया गया कि शिक्षा में कला अत्यंत महत्वपूर्ण है। क्योंकि कला किसी भी कार्य को व्यवस्थित और सुन्दर रूप में प्रस्तुत करने की सहायता करती है। इसलिए बीएड पाठ्यक्रम में एक महत्वपूर्ण विषय के रूप में कला शिक्षा को शामिल करने का उद्देश्य ही यही है। बताया गया। वहीं उपप्राचार्य डॉ बीएस द्विवेदी द्वारा भी शिक्षा व्यक्तित्व विकास में क्या भूमिका अदा करता है। बताया गया। कार्यशाला के दूसरे दिवस में प्रो भारती सिन्हा, प्रो रजनी रैकवार एवं प्रो अनुराधा बाल्मीक द्वारा प्रथम दिवस में किये गये कार्य की सराहना की गई एवं भविष्य में भी ऐसे कार्यो द्वारा अपने कौशलों का विकास करते रहने की प्रेरणा दी गई। बीएड के विद्यार्थियों जिनमें वेद प्रकाश, सुनील, अजीत, आलिया नॉज, दीपशिखा व अन्य के द्वारा जूट वर्क, पॉट मेकिंग, वॉल हैंगिंग का कार्य किया गया। बीएससी बीएड के विद्यार्थियों में करण मंजीत, अतुल, सर्वेश, पूनम, साक्षी, रश्मि, आदर्श, सौरभ, छवि, भावना, भारती चांदनी, साधना, नेहा, अंशिका, नीलिमा, दुर्गा पारासर, इनके द्वारा लैम्प, पॉट मेकिंग, न्युज पेपर, जूट तोरण आदि सामग्रियों का प्रदर्शन किया गया। बीएससी नसिंग व अन्य विद्यार्थी जिनमें साधना धुर्वे, नेहा, रेखा मरावी, नम्रता आदि के द्वारा भी कला संबंधी कार्यो का प्रदर्शन किया गया।

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