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कुकर्रा नदी में अब तक नहीं बन पाया पुल, बह गई सेट्रिंग

locationडिंडोरीPublished: Jul 09, 2019 10:01:31 pm

Submitted by:

Rajkumar yadav

जान जोखिम में डाल कर नदी पार करने को मजबूर हैं ग्रामीण

In the Kukrara river, the bridge has not yet been created, the drainage setting

In the Kukrara river, the bridge has not yet been created, the drainage setting

डिंडोरी. जिले के अमरपुर में लगातार हो रही बारिश के चलते उसरी घुंडी गाव के कुकर्रा नदी में निर्माणाधीन पुल की सेट्रिंग बह गई है। जिसके चलते ब्रिज का स्ट्रक्चर नीचे झुक गया है। वहीं ब्रिज के पास बनाई गई अस्थाई सड़क भी तेज बारिश के चलते बह गई। जिससें लगभग 10 से 15 गांव का संपर्क टूट गया है। हालात यह है कि कुकर्रा नदी पार करने के लिए ग्रमीण जनो को जान हथेली में रखना पड़ रहा है। यह प्रधानमंत्री सड़क योजना के अंतर्गत बनाया जा रहा ब्रिज है जिसे वर्ष 2018 में निर्माण कार्य पूरा कर दिया जाना था लेकिन ठेकेदार और विभाग की मिलीभगत के चलते कार्य को समय पर पूरा नहीं किया जा सका है। जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। पुल के ना बनने व आवागमन के कोई साधन न होने से सर्प काटने सहित गर्भवती महिलाओं के साथ अनेक घटनाएं घट चुकी है। उक्त पुल का निर्माण लगभग 1 करोड़ 59 लाख की लागत से कराया जा रहा है। जिसका ठेका शहडोल जिले की कंपनी को दिया गया है। समय अवधि पूरा होने के बाद भी पुल का निर्माण कार्य पूरा नही हो सका। वहीं विभाग इस पूरे मामले में सिर्फ कार्यवाही की ही बात करता है। बताया जा रहा है कि उक्त ठेकेदार द्वारा मुख्यालय में नवीन न्यायालय भवन का निर्माण कार्य भी करा रही है. यह निर्माण कार्य भी समयावधि पूरी होने के बाद भी अधूरा है.
जान जोखिम में डाल करते है नदी पार
कुकर्रा नदी में पुल बनने से करीब पन्द्रह से बीस गांवो को सीधा फायदा पहुंचता है। सभी लोग इसी रास्ते का उपयोग करते है पर विभाग की मेंहरवानी और ठेकेदार की लापरवाही के कारण पुल का कार्य पूरा नहीं हो पाया। जिसके कारण नदी में यदि बाढ आती है तो दस से पन्द्रह ग्राम का सीधा संपर्क टूट रहा है। जिसके कारण छात्र छात्राओ ,बीमार ,गर्भवती महिलाओ के लिए नदी को पर करना जोखिम का कार्य बन गया जरूरत पडने पर लोग जान को जोखिम में डाल नदी को पार कर रहे है। नदी पार करने में लोगो को काफी दिक्कत का सामना करना पड रहा है।
उफनाई नदी को करते रहे पार
डिंडोरी जिले में लगातार बारिस से नदी नाले उफान में है और प्रशासन के द्वारा हर वर्ष के अनुसार इस वर्ष नदी नाले जिस में सबसे ज्यादा बाढ आती है ऐसे नदी नालो को चिन्हित कर उनमें किसी भी प्रकार की व्यवस्था नहीं की गई। जिसके कारण ग्रामीण उफनाई नदियो के पुल में ऊपर पानी होने के बाद भी पुल को पार करते देखे जा रहे है। जिसका ताजा उदाहरण समनापुर से अमरपुर मार्ग के खरमेर नदी पुल के ऊपर से पानी होने के कारण 4 घण्टे सड़को के दोनों ओर लम्बा जाम लगा रहा है। फिर भी कुछ लोग जान को जोखिम में डाल कर पुल पार करते रहे। हैरानी की बात तो ये है पुल के काफी पानी होने के बाद भी सुरक्षा की कोई व्यवस्था नही थी। जिसके कारण पुल के ऊपर पानी होने के बाद भी लोग पुल पार करते रहे। प्रसाशन की लापरवाही के कारण यदि कोई गंभीर हादसा हो जाता है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा ।
नदी पर बन रहे पुल का काम अधूरा पडा है साथ ही बनाया गया अस्थाई रास्ता भी बह गया है। जिसके कारण लोग अपनी जान को जोखिम में डालकर नदी पार करना पड रहा है।
दिनकर सैयाम, ग्रामीण

 

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