इंसानी बसाहटों की ओर हाथियों का रुख, दो अलग-अलग झुंडों का डेरा
डिंडोरी
Published: June 01, 2022 12:47:10 pm
डिंडोरी. जंगली हाथियों को अब अनाज की लत लग गई है। जिले में एक के बाद एक हाथियों के हमले हो रहे है। पिछले दो सप्ताह से हाथियों के झुंड ग्रामीणों के घरों को निशाना बना रहे है और घर मे रखा अनाज चट कर जा रहे हैं। इस दौरान हाथियों के हमले में करीब आधा दर्जन लोग घायल हुए हैं और एक महिला की मौत हो चुकी है। हाथी लोगों के आशियानों को भी धराशाई कर रहे हैं। जिससे ग्रामीणों का काफी नुकसान हो रहा है। बीती रात भी हाथियों ने उदरी गांव में हमला किया है। वहीं दूसरी तरफ हाथियों के इन हमलों में वन अमले की लापरवाही भी देखी जा रही है। घटनाओं का एक पहलू यह भी है कि क्षेत्र के जंगलों में लगातार इंसानी दखल बढ़ रहा है। पेड़ों की अवैध कटाई से जंगली जानवर इंसानी बसाहटों की ओर रुख कर रहे हैं। जिसके चलते हाथी मानव द्वंद की स्थिति बनने का भय बना हुआ है।
बस्ती में मचाया था उत्पात
शहर से 5 किलोमीटर दूर कक्ष क्रमांक 399 में ग्राम लुटगांव और धुर्रा के बीच बस्ती में हाथियों के झुंड ने उत्पात मचाया। धुर्रा में हाथी एक मकान को क्षतिग्रस्त कर घर में रखा अनाज और अन्य खाद्य सामग्री खा गए। इसके अलावा जंगली हाथियों ने ऑरेंज वन क्षेत्र के जंगल किनारे स्थित झोपड़ी के बाहर सो रहे वृद्ध बैगा दंपत्ति को भी घायल किया था। हमले में मनसु बैगा पिता अघनु बैगा 70 वर्ष और उसकी पत्नी मंगली बाई 60 वर्ष घायल हो गए थे। जिसके बाद से लगातार जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में हाथियों के झुंड का मूवमेंट बना हुआ है।
केस-1
बजाग वनपरिक्षेत्र के चकरार गांव में छह हाथियों ने चार मकानों में नुकसान पहुंचाया था। हाथियों के घरों में तोडफ़ोड करने की वजह से घर में रखा अनाज और गृहस्थी का सामान नष्ट हो गया था। यहां हाथियों ने अनाज चट कर लिया था। चाडा वन ग्राम में हाथियों ने कटहल का पेड़ और बांस के पेड़ों को भी उखाड़ दिया था। इसके बाद हाथी कक्ष क्रमांक 553 की तरफ चले गए। घटना के बाद ग्रामीणों में आक्रोश भी था।
केस-2
23 मई को अनूपपुर जिले की सीमा से जुहला नदी पार कर तीन हाथियों का दल नारायणडीह, बसनिया के जंगलों में पहुंचा था। 24 मई की देर रात बासी देवरी गांव में हाथियों ने खाने के लालच में लोगों के घरों को नुकसान पहुंचाया। यहां हाथी ने घर में सो रही कमलवती को कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। यहां भी हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया था। उक्त घटना के बाद ग्रामीण काफी डरे हुए थे।
केस-3
दो दिन पहले हाथियों का झुंड रूसा माल गांव में पहुंचा और दो घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया। ग्रामीण जान बचाकर भागे। कोई घर की छत पर चढ़ गया तो कोई गांव छोड़कर जंगल की तरफ भागा। प्रत्यक्षदर्शी परमेश्वर परस्ते ने बताया कि हमारे सामने रसोईघर को तोड़ दिया और बगल वाले कमरे में छेद कर दिया। जिसके बाद रसोईघर में रखा सारा सामान क्षति ग्रस्त हो गया था।
केस-4
बीती रात ग्राम उदरी में एक हाथी ने ग्रामीण राजकुमार के घर में तोडफ़ोड़ करते हुए अंदर रखा पूरा अनाज खा गए। ग्रामीणों ने बताया कि तीन हाथियों के झुण्ड का क्षेत्र में मूवमेंट था। जिसमें से दो हाथी अलग हो गए हैं और एक एक हाथी अलग हो गया है। उन्ही में से एक हाथी ने ग्राम उदारी में ग्रामीणों के घरों को नुकसान पहुंचाया है। जिसके चलते ग्रामीणों में दहशत है।
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