scriptमतदाताओं पर निर्भर है देश का विकास | india's devlopment depend on voter's mood | Patrika News

मतदाताओं पर निर्भर है देश का विकास

locationडिंडोरीPublished: Mar 12, 2019 07:40:10 pm

Submitted by:

shivmangal singh

लोकसभा चुनाव को लेकर नागरिकों ने किया विचार विमर्श

mandla

मतदाताओं पर निर्भर है देश का विकास

मंडला. लोकसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। चुनाव की तिथि की घोषणा होते ही राजनैतिक पार्टी अपने क्षेत्र को मजबूत करने के प्रयास और तेज कर देंगे। इसके साथ ही विधानसभा चुनाव में मतदाताओं को मतदान के लिए जागरूक करने अहम भूमिका निभाने वाले पत्रिका चेंजमेकर भी तैयार हैं। रविवार को पत्रिका के तत्वावधान में रपटा घाट में आयोजित संडे पॉलिटिकल क्लब की बैठक में इसी विषय पर चर्चा की गई।
जिसमें नागरिकों ने चुनाव के दौरान जनता की भागीदारी सुनिश्चित करने अपनी राय रखी। किसी ने एक-एक वोट की कीमत बताई तो किसी ने अच्छे प्रत्याशी चुनने पर जोर दिया। बैठक में पत्रिका चेंजमेकर के साथ नगर के युवा व नागरिक मौजूद रहे। आगामी लोकसभा चुनाव में शत प्रतिशत मतदान कराने पर जोर दिया गया। चेंजमेकरों ने कहा कि लोकसभा चुनाव को लेकर देश में चुनावी माहौल तैयार हो गया है। सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीखे हमले हो रहे है तो देश का नेतृत्व किसके हाथों में हो, इसे लेकर भी चर्चा चल रही है। पार्टी से जुड़े जनप्रतिनिधि जहां अपने अपने नेता के पक्ष में बोलें, वहीं युवाओं ने इन विषयों पर दावेदारों के नजरिए के संभावित बिन्दु बताए।
क्लब की मीटिंग के दौरान पीएम इन वेटिंग को लेकर पत्रिका का 10 मार्च को प्रकाशित विशेषांक चर्चा का अहम बिन्दु बना। सबसे ज्यादा चर्चा पीएम इन वेटिंग के तौर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को लेकर हुई तो कांग्रेस की अध्यक्ष रहीं सोनिया गांधी को भी बेहतर राजनीतिज्ञ बताकर पीएम पद के दावेदारों में शामिल किया। मीटिंग के दौरान चर्चा में नागरिकों ने साफ कहा कि आने वाला लोकसभा चुनाव कई मायनों में अहम है। पहली बार ऐसा हो रहा है, जब देश युद्धोन्माद से निकलकर सीधे चुनाव का सामना कर रहा है। समूचा देश नए भारत के उदय की ओर देख रहा है। ऐसे में गठबंधन की सरकार के बजाय देश को बहुमत से चुनी गई सर्वश्रेष्ठ सरकार चाहिए।
लोगों ने कहा कि जब तक मतदाता जागरूक नहीं होगा देश की वह स्थिति नहीं बनेगी जैसी लोग चाहते है। देश की तरक्की तो हर कोई करना चाहता है लेकिन उसके लिए प्रयास कोई नहीं करना चाहता। आजादी के 72 साल बाद भी मतदाताओं को जागरूक करने की आवश्यकता पड़ रही है। लोगों को में अपने देश के विकास को लेकर समझ होनी चाहिए। प्रशासन व राजनैतिक पार्टी तक चुनाव सिमिति नहीं रहना चाहिए। मतदान को भी पर्व की तरह मनाया जाए ताकि सभी लोग अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें।


चुनाव सिर्फ राजनैतिक पार्टी तक सीमित नहीं रहना चाहिए। सभी क्षेत्रों में एक उत्सव की तरह मनाया जाना चाहिए। विधायक का दायरा सिमित है लेकिन सांसद देश के विकास को सुनिश्चित करता है। इसलिए सोच समझ कर ही वोट दें।
दिलीप चंद्रौल, पत्रिका चेंजमेकर


पत्रिका चेंजमेकर अभियान राजनीति में ही नहीं बल्कि लोगों की सोच में भी बदलाव ला रहा है। जो कभी अपने मत को लेकर गंभीर नहीं रहे वे में अपनी जिम्मेदारी समझने लगे हैं साथ ही दूसरों को भी प्रेरित कर रहे हैं।
दुर्गेश ठाकुर, नागरिक


कुछ लोग पक्ष-विपक्ष को लेकर अपना अमूल्य वोट नहीं देते हैं या फिर नोटा का उपयोग करते हैं। जबकि नोटा कोई हल नहीं है। हमारे एक-एक वोट से देश का विकास संभव है। अपने वोट का व्यर्थ न करें।
अजय वशंकार, नागरिक


मजबूत राष्ट्र निर्माण के लिए एक-एक वोट की कीमत है। मतदाताओं को सोच समझकर सांसद या अन्य जनप्रतिनिधियों का चुनाव करना चाहिए। जो क्षेत्र के विकास के साथ ही देश के विकास में भागीदारी सुनिश्चित कर सके।
धर्मेन्द्र ठाकुर, पत्रिका चेंजमेकर


विधान सभा चुनाव के जैसे ही लोकसभा चुनाव में पत्रिका की खबरें अहम भूमिका निभाएगी। पत्रिका के चेंजमेकर महाभियान से लोगों में जागरुकता आ रही है। उन्हें अपनी बात रखने के लिए एक मंच की जरूरत थी जो पत्रिका ने दिया है।
संतोष कछवाहा, नागरिक


चेंजमेकर अभियान से लोगों में बदलाव आ रहा है और भविष्य में स्वच्छ राजनीति के सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। मतदाताओं को व्यक्तिगत लाभ न देखते हुए देश हित में जनप्रतिनिधि का चयन करें।
जमुना विश्वकर्मा, नागरिक

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो