आदर्श आंगनवाडी केन्द्रो मे लाखों का गोलमाल
डिंडोरीPublished: Feb 17, 2019 10:20:07 pm
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने लगाए आरोप, विधायक से शिकायत
डिंडोरी। जिले में आंगनवाड़ी केंद्रों के विकास के नाम पर महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों द्वारा लाखों रूपये का गोलमाल किए जाने का मामला सामने आया है। महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी सरकार की महत्वाकांछी योजनाओं के नाम पर कैसे अपनी जेबें भरते हैं। इसका खुलासा खुद आंगनवाड़ी में काम करने वाली कार्यकर्ताओं ने किया है। आदर्श आंगनवाडी केन्द्रो मे आयी उपरोक्त राशि मे किस तरह अधिकारियो के व्दारा बंदरबाट किया गया है उसका खुलासा आंगनवाडी कार्यकर्ताओ व्दारा विधायक से की गई लिखित शिकायतो से ही होता है। कार्यकर्ताओ ने आरोप लगाते हुए बताया है कि आई हुई राशि को अधिकारियो व्दारा समय समय पर हमसे मगा लिया गया व बदले मे मनचाही सामग्री पहुंचाकर मनमाना बिल हमे थमा दिया गया। आंगनवाड़ी केन्द्र टिकराटोला की सुनीता धुर्वे न आरोप लगाते हुए बताया कि पच्चास हजार की राशि के एवज मे हमे पांच हजार का समान दिया गया है। विरोध करने पर हमे अधिकारियो व्दारा प्रताडित किया जा रहा है।
मामला मेंहदवानी विकासखंड का है जहां आदर्श आंगनवाड़ी केंद्रों के विकास कार्य कराने के नाम पर महिला बाल विकास विभाग के अफसरों ने फर्जी बिल थमाकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से लाखों रूपये ऐंठ लिए।े दरअसल आदर्श आंगनवाड़ी केंद्रों के विकास कार्य के लिये शासन द्धारा प्रत्येक आदर्श आंगनवाड़ी केंद्रों को हर 6 महीने 50 – 50 हजार रूपये जारी किये जाते हैं। जिसका उद्देश्य आंगनवाड़ी केंद्रों में सजावट,बिजली व्यवस्था, खिलौने, नन्हे मुन्हे बच्चों की सुरक्षा के लिये केंद्र के चारों तरफ तार फेंसिंग, शौचालय, पानी आदि तमाम सुविधाएं मुहैया कराना है। ताकि ग्रामीण क्षेत्रों से कुपोषण का कलंक मिटाया जा सके और नन्हे मुन्हे गरीब बच्चों की पढ़ाई व खेलकूद के लिये अच्छा परिवेश मिल सके। लेकिन अनियमितता में लिप्त अफसरों की वजह से सरकार की यह महत्वाकांछी योजना दम तोड़ते नजर आ रही है। आदर्श आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की मानें तो केंद्र में कोई विकास कार्य कराये बिना उन्हें अधिकारीयों ने फर्जी बिल थमा दिया और जब उन्होंने इसका विरोध किया तो नौकरी से हटाने की धमकी देकर अधिकारियों ने उनसे रूपये ऐंठ लिये। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने इस बात की शिकायत विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से भी की है लेकिन अधिकारी सब कुछ जानकर भी अंजान बने हुये हैं। हम आपको बता दें कि आदर्श आंगनवाड़ी केंद्रों के विकास के नाम पर यह फर्जीवाड़ा न सिर्फ मेंहदवानी विकासखंड में बल्कि जिले के सभी विकासखंडों में लंबे समय से चल रहा है और जवाबदार विभाग के अधिकारी खुद को दूध का धुला हुआ साबित करते नजर आ रहे हैं। वहीं इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुये कैबिनेट मंत्री ओमकार मरकाम ने जांच के आदेश दिये हैं साथ ही जांच के बाद दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही का भरोसा जताया है।
— आंगनवाडी मे काम दस से बारह हजार रुपए का हुआ है परन्तु राशि पूरी वसूली गयी है। वहीं आंगनवाडी मे बिजली है नही परन्तु आंगनवाड़ी ठेकेदार व्दारा बिजली का बोर्ड लगाया गया है जिसकी कीमत पांच हजार रुपए है।
सुनीता भवेदी,आंगनवाड़ी कार्यकर्ता
समिति के खातो मे पैसे आते है उन्ही के व्दारा सामग्री क्रय की जाती है हमारे व्दारा हर जगह पहुंचकर निरीक्षण करना संभव नही है।
विपिन डहरिया,तत्कालीन परियोजना अधिकारी,महिला बाल विकास विभाग
मामला गंभीर है मैने उच्च अधिकारियो को जांच के निर्देश दिये है जांच उपरान्त दोषियो के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जावेगी।
ओमकार मरकाम,कैबिनेट मंत्री