डिंडोरीPublished: Sep 14, 2019 10:37:35 pm
Rajkumar yadav
आमंत्रण पत्र और भूमि पूजन शिलालेख को लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष ने जताई आपत्ति
MLA inaugurated Senior Boys Excellent Hostel
अमरपुर डिंडोरी. आदिम जाति कल्याण विभाग के आदिवासी सीनियर बालक उत्कृष्ट छात्रावास भवन का लोकार्पण 13 सितंबर को क्षेत्रीय विधायक भूपेंद्र सिंह मरावी तथा जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति प्रकाश धुर्वे की उपस्थिति में संपन्न हुआ। लोकार्पण के अवसर पर जनपद पंचायत सीईओ अमरपुर विकास खंड शिक्षा अधिकारी अमरपुर लोक निर्माण विभाग के एसडीओ शिक्षक शिक्षिकाएं स्कूली छात्र और छात्राएं तथा जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। ज्ञात हो कि विगत काफी समय से उत्कृष्ट विद्यालय के छात्रावास भवन की मांग की जा रही थी, नए भवन बनने के बाद भवन का लोकार्पण समारोह आयोजित कर किया गया।
विधायक का फंसा वाहन-
भवन तक पहुंच मार्ग की हालत खस्ता विद्यालय से लगभग 2 किलोमीटर दूर खरमेर नदी के तट पर बने छात्रावास भवन तक आने जाने वाले मार्ग की हालत खस्ता है लोकार्पण में पहुंचे क्षेत्रीय विधायक का वाहन भी मार्केट की दलदल में फंस गया। विधायक भूपेंद्र मरावी को छात्रावास भवन तक पैदल चलकर ही जाना पड़ा। बरसात के दिनों में छात्रावास में रहने वाले छात्रों को यहां तक आने जाने में अत्यधिक परेशानी उठानी पड़ेगी। स्थानीय लोगों का कहना है कि लाखों रुपए की लागत से भवन तो बना दिया गया लेकिन सड़क के निर्माण पर ध्यान नहीं दिया गया प्रशासन से मांग करते हुए नागरिकों ने सड़क को शीघ्र ही ठीक कराए जाने की मांग की है।
जिला पंचायत अध्यक्ष नाराज-
छात्रावास लोकार्पण कार्यक्रम में पहुंची जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति प्रकाश धुर्वे ने मंच से कहा कि जिस छात्रावास का लोकार्पण क्षेत्रीय विधायक द्वारा किया जा रहा है, उस छात्रावास के भूमि पूजन के समय मध्य प्रदेश शासन के पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे सहित अनेक जनप्रतिनिधि शामिल हुए थे। जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि जानबूझकर भूमि पूजन के शिलालेख को गायब करवा दिया गया। आमंत्रण पत्र को लेकर भी जिला पंचायत अध्यक्ष ने खासी नाराजगी दिखाई। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत द्वारा जिले के अंदर इतने बड़े छात्रावास भवन का लोकार्पण किया जा रहा है, जिसके आमंत्रण पत्र में जिला पंचायत अध्यक्ष का नाम ही सम्मिलित नहीं किया गया। उन्होंने अधिकारियों को कड़े शब्दों में कहा कि 5 दिनों के अंदर भूमि पूजन का शिलालेख लगा दिया जाए अन्यथा हम इसका खुलकर विरोध करेंगे।