डिंडोरीPublished: Oct 21, 2019 04:48:03 pm
Rajkumar yadav
भोपाल से पहुंची टीम ने किया निरीक्षण
Officers reached the bus stand, seen arrangements for the disabled
डिंडोरी. आज भोपाल से आई दिव्यांग जनों के हित में कार्य करने वाले जांच दल की टीम ने डिंडोरी जिले के बस स्टैंड पर अचानक पहुंच कर बसों का औचक निरीक्षण किया और बसों में दिव्यांगों को यात्रा के दौरान प्रदान की जाने वाली सुविधाएं देखीं। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश शासन की अधिसूचना के अनुसार दिव्यांगों के लिए सभी प्रकार की बसों में 5 सीट या बर्थ आरक्षित रखने किराए में 50 प्रतिशत की रियायत देने संबंधित सुविधाओं का निरीक्षण एवं प्रचार प्रसार करने लक्ष्य निर्धारित किया गया है। दिव्यांग जनों के हित में कार्य करने वाले जांच दल द्वारा यह देखा गया कि इसके तहत दिव्यांगों को सुविधाएं दी जा रही है या नहीं। यात्रा सुखद व सुरक्षित हो इसकी क्या व्यवस्था बनाई गई है।
बारिकी से की जांच
जांच टीम ने बस स्टैंड पर अचानक पहुंच कर बारीकी से जांच पडताल की । भोपाल से आई सदस्यीय जांच अधिकारियों में ओकार पाल, चंद्र सिंह मालवीय और क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी विभाग का स्टाफ पवन तिवारी मौजूद था एवं यातायात थाना प्रभारी राहुल तिवारी एवं यातायात आमला बस स्टैंड पर उपस्थित रहा। जांच अधिकारियों ने बसों में दिव्यांगों एवं बस के ड्राइवर कंडक्टरों से भी बात कर स्थिति का जायजा लिया। टीम के सदस्य ओंकार पाल ने बताया कि शासन के निर्देश के परिपालन में अन्य जिलों की अपेक्षा जिला डिंडोरी में दिव्यांगों को बसों में मिल रही रियायत संतोषप्रद है। निरीक्षण बाद यह पाया गया है कि सूत्र सेवा बस संचालक आनलाईन टिकट बुकिंग में दिव्यांगों हेतु यह सुविधाएं आनलाईन देने की व्यवस्था बनाई है और अन्य बस संचालक भी शीघ्र व्यवस्था बनाएं। आरटीओ विभाग पवन तिवारी द्वारा बताया कि विभाग शासन के निर्देशानुसार सभी दिव्यांगों को बस पास उपलब्ध करा रहा है जिसे दिखाने पर दिव्यांगों को किराए में 50 प्रतिशत की छूट दी जा रही है। साथ ही आम जनता को जागरूक करने सार्वजनिक स्थलों पर भी दिव्यांगों की सुविधाओं से संबंधित पोस्टर व फ्लैक्स लगाए गए हैं।
अब दिव्यांगों को यात्रा के दौरान सुविधाएं न मिलने की शिकायतों में कमी आई है। जांच टीम ने सभी बसों में सुविधाओं से संबंधित स्टीकर लगे पाया तथा दिव्यांगों को किराए में मिल रही रियायत पर संतोष जाहिर किया और आरटीओ विभाग द्वारा दिव्यांगों को प्रदान की जाने वाली सुविधाओं की प्रशंसा भी की।