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मुख्यालय नहीं पहुंची जब्त पोकलेन , आधी रात दौड़़ रहे रेत से भरे डंपर

locationडिंडोरीPublished: Jul 05, 2020 06:48:32 pm

Submitted by:

ayazuddin siddiqui

खनिज एवं राजस्व टीम ने खदान से जब्त की गई थी मशीन

Poclane not reached headquarters, sand dumper running midnight

Poclane not reached headquarters, sand dumper running midnight

डिंडोरी. अमरपुर क्षेत्रान्तर्गत दीवारी रेत खदान से सोमवार को खनिज, राजस्व एवं पुलिस विभाग द्वारा संयुक्त रूप से कार्यवाही कर मशीन का जब्ती पंचनामा बनाया था। जिसके बाद से आज तक उक्त पोकलेन मशीन को मुख्यालय नहीं लाया जा सका। जबकि कमको मोहनिया सचिव ने सोमवार को ही संबंधित चौकी प्रभारी को आवेदन कर मशीन को अन्यत्र स्थानांतरित किये जाने की मांग करते हुये दोषियों पर कार्यवाही किये जाने की मंाग की थी। जब्त पोकलेन को इससे पहले 24 जून को भी मुरुम के अवैध उत्खनन मामले में राजस्व व खनिज विभाग द्वारा संयुक्त कार्यवाही कर जब्त किया गया था। बावजूद इसके रेत कारोबारीने मशीन में लगी शील व चस्पा किये गये पत्र को अलग कर मशीन को रेत निकासी के लिए नदी में उतारने की हिमाकत की थी। जब इस सिलसिले में खनिज विभाग के जिम्मेदारों से चर्चा की तो वह अब जब्त पोकलेन की चाबी और ट्राला की व्यवस्था ना होने की बात कह रहे हैं।
कागजी खानापूर्ति
ज्ञात हो कि उक्त कार्यवाही के दौरान ही संबंधितों द्वारा रेत से भरे डंपर एम पी 52 सी 0690 को जब्त कर समनापुर थाने में खडा करा दिया गया था। जिस पर विभाग में पदस्थ अमले से प्राप्त जानकारी अनुसार महज अवैध परिवहन किये जाने की कार्यवाही की गई है। जबकि उक्त जब्त डंपर को ग्रामीणों के बताये अनुसार जब्त पोकलेन से ही भरा गया था और फिर खदान क्षेत्र से महज 250 मीटर के दायरे में ही ग्रामीणों ने डंपर के पहियों पर रोक लगा दी थी।
मोहारी में बनी सड़क
जानकारों की माने तो रेत कारोबारियों ने स्थानीय लोगों की मदद से बुढऩेर नदी से अवैध खनन करने के लिए घाट कटिंग कर मुरूम निकाल लगभग 300 मीटर लंबी सड़क का निर्माण कर दिया है। जिससे कि ज्यादा से ज्यादा मात्रा में रेत की निकासी की जा सके। ज्ञात हो कि आज से पहले भी ग्राम मोहारी में रेत कारोबारियों की सक्रियता की चर्चाएं जोरो पर थी। अब देखना यह है कि संबंधित विभाग उक्त मामले में क्या कार्यवाही करता है।
आधीरात पहुंच रही रेत
जिले कि एक मात्र स्वीकृत रेत खदान भी वर्षाकाल के चलते पूरी तरह बंद हो चुकी है। जिसके चलते रेत कारोबारियों की नजरें चाबी रेत खदान पर टिकी हुई हैं। वह आधीरात चाबी की रेत मुख्यालय तक ला रहे हैं। जिस पर किसी तरह की कार्यवाही नहीं की जा रही। ज्ञात हो कि इससे पहले भी रेत से भरा एक डंपर कोतवाली में खड़ा किया गया था। जिसमें रॉयल्टी संबंधी कोई दस्तावेज नहीं थे। फिर एक जुलाई से तो राज्य की प्राय: सभी खदानों पर अंकुश लगा दिया गया है।
इनका कहना है
आपके माध्यम से जानकारी प्राप्त हो रही है। इसके पहले भी जानकारी प्राप्त होते ही कार्यवाही की गई है। यदि ऐसा हो रहा है तो निश्चित तौर पर कार्यवाही होगी।
सीके सिराम, थाना प्रभारी डिंडोरी।

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