ग्रामीण क्षेत्रों के रहवासियों को मूलभूत सुविधाओं की दरकार
डिंडोरीPublished: Oct 31, 2018 05:18:01 pm
नाले से पानी लाती हैं महिला
Residents of rural areas need basic amenities
अमरपुर। आदिवासी बाहुल्य विकासखण्ड़ अमरपुर में बसा वनग्राम खुद्दुरपानी का टाडोंटोला में रह रहे लगभग 65 परिवार मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। यह टोला एक गॉव के बराबर हैं, यहॉ पर न सड़क की सुविधा न बिजली की और न ही पीने के पानी की व्यवस्था है। इस गॉव में एक उन्नत प्राथमिक षाला एंव एक ऑगनवाडी केंन्द्र संचालित हैं। मगर यहॉ बच्चों को पीने के पानी के लिए एक हेण्ड पम्प तक की व्यवस्था नहीं है बच्चों को नाले का पानी ही नसीब हो पा रहा है। इस पूरे गॉव को तीन तरफ से नालों ने घेर रखा हैं और एक दिषा में भारी भरकम पहाड है। टाड़ों टोला के बच्चों को स्कूल तक पंहुचने में भी नाला पार करना पड़ता हैं, जिन्हें पार करना प्राथमिक स्तर के बच्चों केे लिए असंभव है और नाला बरसाती नहीं यह बारहमासी नाले हैं नाले भी चौड़े और गहरे हैं। सरपंच द्वारा यह जानकारी दी गई कि गोरखपुर से टाड़ोटोला सड़क बहुत पहले पंचायत द्वारा बनाई गई थी। जिसमें चार नाले पड़ते हैं, यहॉ स्कूल एंव ऑगनवाडी की साम्रगी इसी रास्ते बड़ी परेशानी से नालों में पत्थर बिछाकर लाया गया जिसमें ग्राम वासियों ने सहयोग किया हैं तब कही जाकर ये भवन निर्माण कराये गये हैं सरपंच द्वारा यह भी बताया गया कि यह वन ग्राम हैं और पंचायत तो 5 लाख रूपये तक के कार्य करा सकती है, इन नालों में बड़ी बडी पुलियों की आवश्यकता हैं जो पंचायत अधिकार क्षेत्र के बाहर हैं यहॉ वन विभाग द्वारा ही बडी पुलियों का निर्माण कर ग्राम वासियों को सुविधाएं दी जा सकती हैं। ग्रामीणों का कहना है कि हमारे पूर्वज यहॉ बसा गये हैं जहॉ हमें तो परेशानियों का सामना करना पडता है साथ ही हमारी मवेशियों के लिए अच्छी जगह हैं हम अपनी मवेशियों को छोड देते हैं वे खुद चरकर वापस घर आ जाते हैं। मगर हमारे बच्चों के भविष्य पर प्रश्न चिन्ह लग जाता हैं कि वो भी हमारी ही तरह मजदूरी ही करेगें या पढ़ लिखकर आगे बढेगें। वैसे तो खुद्दुरपानी तक प्रधान मंत्री सडक का निर्माण हो चुका हैं। उस गॉव का एक बडा टोला इन सभी सुविधाओं से वंचित हैं। नालों, पुलिया, बिजली, स्कूल के पास हैण्ड पम्प निहायत जरूरी है, जिससे यह पिछड़ा टोला भी विकास की मुख्य धारा से जुड़ सके इस विकास खण्ड में बहुत से ऐसे गॉव हैं जो मूलभूत सुविधाओं से कोसों दूर हैं और बदतर जीवन जीने को मजबूर हैं।