script

ग्रामीण व प्रशासन आमने-सामने, तैनात किए गए 300 जवान

locationडिंडोरीPublished: Feb 26, 2020 10:30:18 pm

Submitted by:

Rajkumar yadav

मामला खरमेर मध्यम सिंचाई परियोजना का, मौके पर पहुंचा प्रशासनडंडे कुल्हाड़ी के साथ विरोध करने में जुटे किसान

Rural and administration face to face, 300 soldiers deployed

Rural and administration face to face, 300 soldiers deployed

डिंडोरी. विकासखंड समनापुर अंतर्गत ग्राम अंडई में करोड़ों की लागत से तैयार होने वाली खरमेर मध्यम सिंचाई परियोजना को लेकर बुधवार के दिन एक बार फिर जिला प्रशासन और ग्रामीण आमने सामने हो गये। आलम यह था की विरोध में उतरे ग्रामीण मरने मारने की स्थिति में आन खड़े हुए। जिनके हांथों में लाठी, डंडे, कुल्हाड़ी फरसे जैसे हथियार भी थे। स्थिति को भांपते हुये जिला प्रशासन द्वारा मौके पर पहले से ही 300 पुलिस कर्मियों का बल तैनात कर दिया गया था। ज्ञात हो कि उक्त मध्यम सिंचाई परियोजना पर 348 करोड़ रुपये खर्च किये जाने हैं और अब तलक काफी किसान मुआवजे की रकम भी प्राप्त कर चुके हैं। बावजूद इसके ग्रामीण किसी की सुनने को तैयार नहीं थे। इस दौरान मौके पर कलेक्टर बी कार्तिकेयन, पुलिस अधीक्षक एम एल सोलंकी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवकुमार सिंह, एडीएम रमेश सिंह, एसडीएम कुमार सत्यम, कार्यपालन यंत्री विजय तैयारी, अनुविभागीय अधिकारी यू एस चौधरी और अन्य जिलाधिकारी कर्मचारी मौजूद थे।
पुलिस कर्मी कर रहा था भीड़ का नेतृत्व
निर्माणस्थल का निरीक्षण करने के बाद जिलाधिकारियों का दल ग्रामीणों से रूबरू होने पहुंचा तो पुलिस अधीक्षक की निगाह एक संदिग्ध व्यक्ति पर पड़ी। जिससे पूछताछ की गई तो पता चला कि उक्त व्यक्ति मंडला जिले में बतौर आरक्षक पुलिस विभाग में ही अपनी सेवायें दे रहा है। और एक दिन पूर्व ही अंडई ग्राम पहुंचा था। जानकारों के मुताबिक उक्त पुलिस कर्मी इसके पहले भी निर्माण स्थल पर ग्रामीणों के बीच जिला प्रशासन का विरोध करते देखा गया था।
महिलाओं ने थानेदार को रोका
उक्त संदिग्ध पुलिस कर्मी को जब दो पुलिस कर्मी और समनापुर थाना प्रभारी निर्माण स्थल से बाहर ले जा रहे थे तभी ग्रामीण उग्र हो गये और महिलाओं ने आगे आकर थाना प्रभारी को घेर लिया और संदिग्ध पुलिसकर्मी को अपने सांथ ले गईं। इसके बाद मौके पर ही ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया और भारत माता की जय, जय जवान जय किसान, वंदे मातरम के नारे लगाने लगे। इसके अलावा उक्त निर्माण स्थल पर क्षेत्रीय विधायक का भी खासा विरोध देखा गया।
एक माह से तम्बू गाड़कर बैठे ग्रामीण
खरमेर मध्यम सिचाई परियोजना के भूमि पूजन के बाद से ही ग्रामीणों ने विरोध के स्वर मुखर कर दिये थे। जिसके चलते तब से लेकर अब तलक काम बंद पडा है। यहां तक कि ग्रामीण विगत एक माह से लगातार निर्माण स्थल पर ही तम्बू गाड़कर बैठे हैं, और इस दौरान समय समय पर जिला अधिकारियों के अलावा सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते, पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे, भाजपा जिला अध्यक्ष नरेंद्र राजपूत भी ग्रामीणों से रूबरू होने निर्माण स्थल तक पहुंचे थे।
मुख्यमंत्री से मुलाकात न होने का मलाल
निर्माण स्थल पर ग्रामीणों में क्षेत्रीय विधायक के प्रति नाराजगी देखी गई। ग्रामीणों के मुताबिक शबरी माता जयंती से पहले ग्रामीणों का एक समूह क्षेत्रीय विधायक से मिला था कि वह खरमेर मध्यम परियोजना के मसले पर मुख्यमंत्री से उनकी मुलाकात करा दें। जिस पर क्षेत्रीय विधायक द्वारा ग्रामीणों को मुलाकात हेतु आश्वस्त भी किया गया था। किन्तु जब मुलाकात का वक्त आया तो जिले के प्राय: सभी क्षेत्रों में वाहन भेजे गये और उक्त ग्राम को छोंड़ दिया गया। इसके अलावा चर्चा तो यहां तक है कि समनापुर स्टैंड पर गाडिय़ां चेक कर पूछा जाता रहा कि कहीं वह अण्डई ग्राम से तो नही हैं।

ट्रेंडिंग वीडियो