ग्रामीणों ने बताया कि बाबा कमलानंद गायब हो गए थे। मंदिर परिसर में खून के निशान भी मिले थे। मंदिर परिसर में कुछ लोगाें की बकरियां घुस आई थीं। इसपर बाबा और संबंधित लोगों के बीच विवाद हुआ था। 9 मई को साधु से विवाद हुआ। विवाद इतना बढ़ा कि तीन लोगों ने कमलानंद के सिर पर डंडे से वार कर दिया। इसमें बाबा कमलानंद लहूलुहान हो गए। आरोपी बाबा के शव को एक किलोमीटर दूर ले जाकर नाले में दफना आए।
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दो दिन गांव में सिविल ड्रेस में रहे पुलिसकर्मी
एसपी संजय सिंह ने बताया कि, सिटी कोतवाली पुलिस को 16 मई को ग्रामीणों ने बाबा के लापता होने की खबर दी थी। मंदिर का निरीक्षण करने के बाद दो तीन दिन तक पुलिसकर्मी गांव में रहे। सिविल ड्रेस में रहकर उन्होंने ग्रामीणों से पूछताछ की। जांच में सामने आया कि, गांव के कुछ लोगों से बाबा का विवाद हुआ था। इसके बाद पुलिस ने तीन संदेहियों को पकड़कर पूछताछ की तो उनमें से तीन ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
आरोपियों जल्द खुलासा करेगी पुलिस
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जग्गनाथ मरकाम, एसडीओपी आकांक्षा उपाध्याय, कोतवाली निरीक्षक सीके सिरामे ने आरोपियों की निशानदेही पर गुरुवार को चरखुटिया और गर्रा टोला बीच बरसाती नाला से बाबा का शव बरामद किया। पुलिस को इस हत्याकांड में और लोगों के शामिल होने की आशंका है। पुलिस जल्द आरोपियों का खुलासा करेगी।
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