डिंडोरीPublished: Oct 19, 2019 10:00:58 pm
Rajkumar yadav
ज्ञापन के बावजूद धड़ल्ले से संचालित हो रही डिस्पेंसरी
Scams are messing with the health of patients
डिंडोरी. स्वास्थ्य संचालनालय भोपाल के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग को प्रत्येक वर्ष जिलों में संचालित हो रही अवैध डिस्पेंसरियों व झोलाछापों पर कार्यवाही हेतु लेख किया जाता है। लेकिन संबंधित अधिकारी इस ओर ध्यान देना उचित नहीं समझते, नतीजतन ऐसी स्थिति में यह झोलाछाप मरीजों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने में जरा भी नही हिच किचाते। झोलाछाप डॉक्टरों से जुड़ा ऐसा ही मामला विकासखंड समनापुर का प्रकाश में आया है। जहां बिना किसी डिग्री के ही झोलाछाप चिकित्सक द्वारा 20 बिस्तरों का ऐलौपैथिक नर्सिंग होम संचालित किया जा रहा है। इसके अलावा कैम्पस के भीतर ही ऐलोपैथिक दवाईयों का मेडिकल स्टोर्स भी संचालित कर रखा है। बताया जा रहा है कि चिकित्सक ने ईलेक्ट्रो होम्योपैथी की डिग्री ले रखी है, लेकिन गौर करने की बात है कि डिग्री ईलेक्ट्रो होम्योपैथी की किन्तु घर की बाउंड्री के अंदर मेडिकल स्टोर्स ऐलौपैथिक दवाईयों का संचालित हो रहा है। बताया जा रहा है कि राज्य में इलेक्ट्रो होमियोपैथी चिकित्सा की डिग्री मान्य नहीं है।
स्थानीय जनों ने सौंपा था ज्ञापन
जानकारी अनुसार विगत 11 अक्टूबर को समनापुर के स्थानीय नागरिकों ने कथित चिकित्सक के यहां तत्काल छापामार कार्यवाही करने हेतु समनापुर के बीएमओ, थाना प्रभारी, तहसीलदार एवं जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा था। जिसकी जानकारी जिले के आलाधिकारियों को भी है। बावजूद इसके अब तलक कोई कार्यवाही नहीं की गई।
तथ्यों को मिटाने का प्रयास
बताया जाता है कि मामले की गंभीरता को भांप कथित चिकित्सक द्वारा तथ्यों को मिटाने के प्रयास भी किए जा रहें है। जिसके तहत जेसीबी से खुदाई कराई गई है साथ ही बेड भी हटा दिए गए हैं। लेकिन अभी भी मरीजों का बखूबी उपचार किया जा रहा है। उसने अपने जैसे अन्य लड़कों को भी काम पर लगा रखा है। जहां इंजेक्शन से लेकर बॉटल व प्लास्टर लगाने के कार्य को बखूबी अंजाम दिया जाता है। स्थानीय लोगों की माने तो कथित झोलाछाप चिकित्सक को गलत इलाज किए जाने पर उसे जेल भी जाना पड़ा था। इसके अलावा भी गलत इलाज के कई मामले प्रकाश में आ चुके हैं।
करोङो का आसामी
समनापुर के स्थानीय नागरिकों के द्वारा दिये गये ज्ञापन में स्पष्ट तौर पर उल्लेखित किया गया है कि उक्त झोलाछाप ने कुछ ही वर्षों में समनापुर में मकान व जमीनें बनाई हैं। तीन लग्जरी चार पहिया वाहन बदल चुके है और जबलपुर में आलीशान बंगला है। कुल मिलाकर उक्त झोलाछाप करोङो का आसामी भी है।
मुख्यालय में खुली दुकानें
जिला मुख्यालय में भी ऐसी अनेक अवैध डिस्पेंसरियां संचालित हैं जहां खुलेआम नियम निर्देशों को ठेंगा दिखाते हुये मरीजों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा हैं। ऐसी स्थिति में इन्हें भी संज्ञान में लेते हुये जिला प्रशासन द्वारा उचित कार्यवाही करने की आवश्यक्ता है।
इनका कहना है
मेरे द्वारा संबंधितों को पत्राचार के माध्यम से टीम गठित कर कार्यवाही किये जाने हेतु लेख किया जा चुका है। जैसे ही जानकारी मेरे पास आती है उचित कार्यवाही की जायेगी।
डॉ आर के मेहरा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डिंडोरी
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इस संबंध में आपके व अन्य माध्यमो से मुझे जानकारी मिली है। इस बारे में मैं जिला कलेक्टर व जिला चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डिंडोरी से झोलाझाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करूंगा।
वीरेंद्र बिहारी शुक्ला, जिला कांग्रेस अध्यक्ष डिंडोरी