आम जन व कार्यकर्ताओं से दूरी बना रवाना हुआ सिंधिया का काफिला
डिंडोरीPublished: Sep 09, 2018 04:21:46 pm
स्वागत में लगे तोरण द्वार व इंतजार कर रहे कार्यकर्ता
Scindia’s convoy left away from the common man and workers
डिंडोरी। आम आदमी से जुड़कर आम जन की सरकार देने का दावा करने वाली कांग्रेस पार्टी के नेता जिस तरह कार्यकर्ताओं तक से दूरी बनाकर रखे हुए हैं उसे देखकर नहीं लगता है कि कांग्रेस के बड़े नेताओं को आम आदमी की कोई परवाह है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के डिंडोरी आगमन पर यहांं कार्यकर्ताओं ने जगह जगह स्वागत की तैयारी कर रखी थी। इसके साथ ही मंच पर उनके उद्बोधन की विशेष तैयारी की गई थी लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया डिंडोरी पहुंच यहां मतदाताओं से मिलना तो दूर कार्यकर्ताओं की भावना का भी सम्मान नहीं किया। घण्टों इंतजार के बाद जैसे ही सिंधिया डिंडोरी पहुंचे कार्यकर्ताओं की खुशी का ठिकाना नहीं रहा लेकिन अपने वाहन में ही कुछ कार्यकर्ताओं से मिल वह सीधे शहपुरा की ओर रवाना हो गए। उनके स्वागत में लगे तोरण द्वार व इंतजार कर रहे कार्यकर्ताओं व नगरवासियों से उन्होंने मुलाकात करना उचित नहीं समझा। इसके पूर्व भी समनापुर में भी कार्यकर्ताओं ने अलग अलग स्थानों पर मंच लगाया था लेकिन यहां पर चंद मिनट रूक सिंधिया सीधे रवाना हो गये। शहपुरा में जहां कांग्रेस कार्यकर्ता जगह जगह स्वागत के लिये खडे रहे वहां भी सिंधिया ने रास्ते में कहीं भी अभिवादन स्वीकार नहीं किया और सीधे सभा स्थल पर पहुंच गये। हालांकि पूरे आयोजन में कांग्रेस में फूट भी स्पष्ट दिखी। गाड़ासरई व चांडा के आयोजन से जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सहित सक्रिय पदाधिकारियों ने दूरी बनाये रखी वहीं समनापुर में गुटबाजी के चलते अलग अलग मंच बनाकर स्वागत की तैयारी की गई। डिंडोरी में भी संगठन ने उनके स्वागत में कोई रूचि नहीं दिखाई और जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष व जिम्मेदार पदाधिकारी शहपुरा रवाना हो गए। शहपुरा में तो अलग अलग गुटों में बंटी कांग्रेस ने अपने धडों के साथ सिंधिया के स्वागत के लिए पहुंचे पूरे शहपुरा में लगे बैनर यहां धडों में बंटी कांग्रेस की एकता के दावों की कलई खोलकर रख दी। यहां अलग अलग समूह नेता विशेष के समर्थन में नारेबाजी करने में जुटे रहे। मंच और आसपास परिवार विशेष में कलह की तस्वीरें बैनर में बयां हो रही थी। वहीं शहपुरा में आयोजित कार्यक्रम में मीडिया को तरजीह नहीं दी गई।