डिंडोरीPublished: Sep 17, 2019 10:19:17 pm
Rajkumar yadav
जन सुनवाई में हुई शिकायत
The doctor had to bite his hand due to carelessness
डिंडोरी. जिला मुख्यालय सहित सम्पूर्ण जिले में स्वास्थ्य सुविधाओ के क्या हाल हैं ये किसी से छुपा नहीं है। जरा जरा सी बीमारी में मरीजों को विकाश खण्ड अस्पताल से जिला अस्पताल और जिला अस्पताल से जबलपुर मेडिकल हॉस्पिटल में रेफर कर दिया जता है और कुछ केश तो ऐसे भी हैं जिनका इलाज डॉ द्वारा किया तो जाता है लेकिन लापरवाही के चलते मरीज की जान पे आ जाती है। जिला कलेक्ट्रेक्ट में मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान भी एक ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है। जिसमें पीडि़त द्वारा कलेक्टर से इस आशय की शिकायत की गई है कि उसकी बेटी का हाथ फैक्चर हो गया था। जिसका इलाज उसके द्वारा शासकीय चिकित्सालय में पदस्थ चिकित्सक के निजी क्लीनिक में कराया गया। चिकित्सक द्वारा बरती गई लापरवाही की वजह से बेटी को अपना हाथ गंवाना पड़ गया।
क्या है मामला
मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंची शहपुरा थानान्तर्गत रैपरा निवासी रबी झारिया ने शिकायत पत्र ेमें बताया कि उसकी 15 वर्षीय बच्ची का स्कूल में गिरने के दौरान बांया हाथ फैक्चर हो गया था। जिसके चलते वह उसे चिकित्सक के यहां लेकर गया। डॉक्टर की एक गलती के चलते उसकी बेटी को गैंग्रीन हो गया और बच्ची की जान बचाने के लिए उसे जबलपुर में बेटी का हांथ कटवाना पड़ा।
किसी ने नहीं सुना
इस मामले को लेकर रबी झारिया ने सभी जगह न्याय की गुहार लगाई। मामले की शिकायत नाम जद शहपुरा थाने में भी की। लेकिन पुलिस भी बेबस पिता की एक न सुनी और कथित आरोपी चिकित्सक के खिलाफ कोई कार्यवाही नही की।
जांच के निर्देश
मजबूर होकर बेबस पिता जनसुनवाई में डिंडोरी कलेक्ट्रेक्ट पहुंचकर कलेक्टर के समक्ष पूरी समस्या सुनाई। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला कलेक्टर बी कार्तिकेयन ने मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ आर के मेहरा को पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट 15 दिनों के भीतर सौपने के निर्देश दिए । कलेक्टर ने पीडि़त पिता को ढांढस बंधाते हुए कहा कि इसमें आरोपी कोई भी हो छोड़ा नही जाएगा। वहीं कलेक्टर ने सीएमएचओ को कहा कि बच्ची में कृत्तिम हाथ लग पाए तो दिखवाये।