scriptबेबस पिता ने बेटी को कंधे में बैठाकर बहती नदी को पार कर पहुंचाया स्कूल | The helpless father carried the daughter across the river and took her | Patrika News

बेबस पिता ने बेटी को कंधे में बैठाकर बहती नदी को पार कर पहुंचाया स्कूल

locationडिंडोरीPublished: Aug 18, 2022 01:16:22 pm

Submitted by:

shubham singh

बरसात में इस गांव के बच्चों को पढ़ाई छोडऩे होना पड़ता है मजबूर

The helpless father carried the daughter across the river and took her to school.

The helpless father carried the daughter across the river and took her to school.

डिंडोरी. उफनती नदी में ट्यूब पर लाश को ले जाने का मामला अभी शांत नहीं हुआ था कि अब पुल न होने की बेबसी का एक ओर मामला सामने आया है। जहां एक ग्रामीण अपनी बेटी को गोदी में उठा कर नदी पार करवा रहे हैं ताकि बेटी स्कूल जा सके। मामला हिनोता गांव के रेवाटोला का है। जहां नेवसा नदी का पुल नहीं होने से ग्रामीण परेशान हो रहे हैं। यही नहीं सडक कच्ची होने से यहां निवासरत करीब 60 रहवासियों को आवाजाही में भारी परेशानी का सामना करना पडता है। स्थानीय लोगों की माने तो वर्षों से पुल की मांग की जा रही है लेकिन शासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। गांव में लोग बीमार होते है तो पुल न होने की वजह से समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाते हैं। इससे गांव में कुछ लोगों की मौत तक हो चुकी है। गांव की छात्राएं अपनी पढाई छोडने मजबूर है। नेवसा नदी उफान पर रहती है तो कई दिनों तक विद्यार्थी स्कूल नहीं जा पाते हैं। ग्राम पंचायत से पुलिया बनाने के प्रस्ताव कई बार विभाग को भेज गए हैं लेकिन अब तक स्वीकृति नहीं मिल पाई है।
बीमार पत्नी को पीठ पर उठाकर ग्रामीण ने पहुंचाया अस्पताल
जिले में दूरस्थ ग्रामीण इलाकों में तक अभी भी सडक़ सहित अन्य मूलभूत सुविधाएं नहीं पहुंची हैं। अमरपुर ब्लॉक के वनग्राम भरकुंडा में सडक़ नहीं होने के कारण एंबुलेंस नहीं जा पाती है। बीमार पत्नी को पीठ पर लादकर ग्रामीण अस्पताल पहुंचा। इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। अमरपुर जनपद पंचायत क्षेत्र के जैतपुरी ग्राम पंचायत के पोषक ग्राम वनग्राम भरकुंडा में लगभग 20 से 25 परिवार निवास करते हैं। लेकिन सडक़ न होने की वजह से आवाजाही मुश्किल हो जाती है। हालात तब और चुनौतीपूर्ण हो जाते हैं जब कोई गांव का व्यक्ति बीमार होता है। ऐसे में ग्रामीण उसे कंधे पर लादकर या खाट पर लिटा कर अस्पताल पहुंचाते हंै। इस गांव का 12 अगस्त का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। एक युवक राजुकमार मरावी अपनी बीमार पत्नी सोमा बाई पीठ पर लादकर इलाज के लिए अस्पताल ले जाते दिखाई दे रहा है। ग्रामीण कन्हैया लाल ने बताया कि लगभग 3 किलोमीटर जंगली रास्ते में पैदल चलने के बाद सडक़ मिलती है।

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