The minor was hiding after rape
डिंडोरी। करंजिया थानांतर्गत खम्हारखुदरा में जंगल में सोमवार को बरामद लाश के मामले का खुलासा तीन दिनों के अंदर करते हुये पुलिस ने वारदात में शामिल एक मुख्य आरोपी समेत दो नाबालिगों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के मुताबिक मुख्य आरोपी पर नाबालिग बाला के साथ दुराचार कर हत्या के आरोप है। जबकि अन्य दोनो नाबालिगों पर लाश को छिपाने के तहत कार्यवाई की गई है। इस अंधी हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में थाना प्रभारी करंजिया उपनिरिक्षक उमाशंकर यादव, एएसआई भूपेन्द्र सिंह व प्रधान आरक्षक चंद्रभूषण द्विवेदी की अहम भूमिका रही। जिन्होने अज्ञात क्षत विक्षप्त लाश की पहचान के साथ आरोपियों की धरपकड़ को बखूबी अंजाम दिया। गौरतलब है कि सोमवार को खम्हारखुदरा के जंगल में बोरे के अंदर से एक लड़की की लाश बरामद की गई थी। पूरी तरह सड़ गल चुकी लाश की पहचान 15 वर्षीय एक नाबालिग के रूप में की गई थी। जो गत 8 तारीख से लापता थी। जानकारी के मुताबिक बेसहारा बालिका अपने नाना के घर पर रहती थी और लापता वाले दिन अपने नाना को खेत पर खाना देने गयी थी। जिसके बाद से वह गुम थी। लाश बरामद कर पुलिस ने मामले की विवेचना शुुरू कर मुलाहजा में पाया कि बालिका का गला घोंट हत्या की गई है। जिसके आधार पर पुलिस ने तफतीश को दिशा देकर अहम सुराग पाये। जिसके तहत जांच टीम ने गांव के ही संदेही नीलम धुर्वे को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ को अंजाम दिया। इस दौरान आरोपी नीलम ने हत्या का राज उगल दिया और बताया कि 8 तारीख को नाना को खाना देकर लौट रही बालिका को वह जंगल ले गया था। जहां उसने जबरदस्ती उसके साथ दुराचार किया था। इस बाद पीडि़ता के परिजनों को बताये जाने की बात से नीलम सहम गया था और उसने गला दबाकर नाबालिग को मौत के घाट उतार दिया था। इस दौरान एक अन्य नाबालिग भी मौके पर मौजूद था। रेप और हत्या करने के बाद दोनों लाश को मौके पर छोड़ फरार हो गये थे लेकिन तीन दिनों बाद एक अन्य नाबालिग के साथ मिलकर दोनों आरोपियों ने मृतिका के लाश के पास पहुंच शव को बोरे मे डाल अन्य स्थान पर फेंक दिया जहां दस दिनों बाद लाश मिलने की सूचना पर पुलिस ने पहुंच कार्रवाई को गति दी थी।