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राजनीतिक दबाव में खेत और घर तक पहुंचा दी सड़क

locationडिंडोरीPublished: Jun 20, 2021 11:52:46 pm

Submitted by:

ayazuddin siddiqui

न स्कूल न ही आंगनबाड़ी और कार्यपालन यंत्री ने सड़क बनाने कर दी अनुशंसा

Under political pressure, the road to the farm and the house was taken

Under political pressure, the road to the farm and the house was taken

डिंडोरी. पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा ग्रेवल सड़कों के निर्माण हेतु गौशाला, शान्तिधाम, स्कूल, आंगनबाड़ी ग्रामीण हॉट बाजार एस्वास्थ्य केंद्र एवं पंचायत भवन के अलावा ग्राम सुदूर सड़क का आशय दो दूरस्थ बसाहटों को ग्रेवल सड़क संपर्कता प्रदान करने से है लेकिन जनपद डिंडोरी की ग्राम पंचायत सिमरिया में जबलपुर . अमरकंटक मार्ग से मेढवाटोला तक जो 1200 मीटर लंबी सड़क तैयार की गई है। उसमे ऊपर दर्शाये एक भी स्थल नही है और ना ही सड़क किसी दूरस्थ बसाहट के संपर्क में है। बावजूद इसके कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकीय विभाग डिंडोरी ने उक्त सड़क को बनाये जाने की अनुशंसा कर दी। जिला पंचायत डिंडोरी में बैठे जिम्मेदारों ने भी कार्यपालन यंत्री की अनुसंशा पर चुटकी ली है और निरीक्षण उपरांत उचित कार्यवाही किये जाने का आश्वासन दिया है।
उपयंत्री पर मेहरबानी
प्राप्त जानकारी अनुसार उक्त सड़क 1400 मीटर लंबी बनाई जानी थी लेकिन महज 1200 मीटर ही बनाई जा सकी जो कि जांच का विषय है।बहरहाल बता दें कि यह वही उपयंत्री जिन्होंने बिछिया पंचायत के निर्माण कार्यों में फर्जीवाड़ा मचा रखा है और जिले में बैठे जिम्मेदार अधिकारी भी इनके काले कारनामो पर पर्दा डालने से बाज नही आते।फिलहाल तो उक्त ग्रेवल सड़क के निर्माण और लापरवाही में संबंधित उपयंत्री के अलावा जिले में बैठे आला अधिकारियों की संलिप्तता को नजर अंदाज नही किया जा सकता। ग्रामीणों ने भी इसको लेकर कई तरह के सवाल उठाए है और जांच कराने की मांग की है।
किया हरे-भरे वृक्षों का कत्लेआम
ग्राम बिछिया निवासी सुभाष सिंह ने बताया कि उसके खाते की जमीन में जबरिया निर्माण कार्य कराया गया है।और उसकी जमीन में लगभग 70 पेड़ यूकेलिप्टस के लगे हुये थे। जिसे मंडल अध्यक्ष में अपनी जेसीबी मशीन से सामने खड़े होकर जमीदोज करा दिया था एवं बाड़ी में जबरिया मुरुम के ढेर लगा दिये थे।इसके लिये सुभाष सिंह ने जिले के उच्चाधिकारियों से भी फरियाद की थी ताकि बाड़ी में सब्जी . भाजी विकसित कर परिवार का भरण पोषण किया जा सके। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने यह भी बताया कि बनाई गई सड़क के बीच जामुन, आम, बांस और बबूल के पेड़ भी लगे थे। जिन्हें अपने पद और पावर का दुरुपयोग कर जमीदोज कर दिया गया। फिलहाल मामला गंभीर इसलिए भी है कि एक तरफ सरकार पर्यावरण संरक्षण की बात करती है तो दूसरी ओर उनके ही पदाधिकारी सरकार की मंशा पर पानी फेरने से बाज नही आते।
सवालों के दायरे में राजनीतिक पदाधिकारी
बता दें कि सड़क निर्माण के पहले ही दिन से डिंडोरी राजनीति पार्टी के पदाधिकारी सवालों के दायरे में हैं जो की उक्त सड़क के ठेकेदार भी हैं।और निर्मित सड़क के अंतिम छोर पर निवास करते हैं और इनकी जमीन भी वहां पर लगी हुई है। ग्रामीणों के बताये अनुसार उक्त सड़क निर्माण को लेकर पदाधिकारी ने दबंगई दिखाने का प्रयास भी किया था और स्थानीय जनों की स्वीकृति लिए बगैर ही उनके खेतों से सड़क बना दी गई थी। जिसकी थाना डिंडोरी में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई थी लेकिन पदाधिकारी के रसूख के आगे किसी की दाल नहीं गली और नियम-निर्देशों को धता बता निर्माण कार्य लगातार चलता रहा ।

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