इसके अलावा, यह भी बताया गया है कि आयुष मंत्रालय ने स्व-देखभाल को ध्यान में रखते हुए रोग-प्रतिरक्षा को बढ़ाने के उपायों के लिए एक प्रोटोकॉल विकसित किया है जो छात्रों, संकाय सदस्यों, शिक्षकों और उनके परिवार के सदस्यों के लिए उपयोगी सिद्ध होगा।
पत्र में सुझाव देते हुए एमएचआरडी सचिव ने कहा, “3 अप्रैल को प्रधानमंत्री के अनुरोध के अनुसार छात्र 5 अप्रैल को 9 बजे रात्रि में 9 मिनट के लिए एक मोमबत्ती, दीया या मशाल जलाएं। इसका उद्देश्य प्रकाश की शक्ति का अनुभव करना और उस उद्देश्य को रेखांकित करना है, जिसके खिलाफ हम सब साथ मिलकर लड़ रहे हैं। हालांकि इस दौरान किसी को भी कॉलोनियों में, सड़क पर या अपने घरों से बाहर कहीं भी इकट्ठा नहीं होना चाहिए।
एमएचआरडी सचिव अमित खरे ने इसके साथ ही इग्नू, एनआईओएस, नवोदय विद्यालय समेत अन्य शिक्षण संस्थानों के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए चार विशेष अधिकारियों को तैनात किया है। यह अधिकारी इन संस्थानों और छात्रों से संपर्क बनाएंगे। साथ ही इन शिक्षण संस्थानों को व्हाट्सएप के जरिए आवश्यक सूचनाएं प्रदान की जाएंगी।