बुढ़ापे में कम नींद की समस्या आम है। कई बार बुजुर्ग खुद या परिजन उन्हें नींद के लिए दवा दे देते हैं। यह खतरनाक हो सकता है। दवा के असर से रात में बुजुर्ग कई बार गिर जाते हैं।
इस उम्र में हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और हल्की सी चोट से भी फ्रेक्चर हो जाता है। इससे बुजुर्ग चलने-फिरने में असमर्थ हो सकते हैं। नींद की गोली डॉक्टर की सलाह पर ही देनी चाहिए।
कई बार बुजुर्ग को सक्षम दिखाने या फिर शर्म महसूस होने से वॉकर लेकर नहीं चलते हैं। इससे भी उनको चोट लग सकती है। यदि वॉकर की जरूरत है तो इसका सहारा लेना चाहिए। इससे चलने में आसानी होगी।
यदि घुटने ठीक से काम नहीं करते हैं तो ऊकडू न बैठें। टॉयलेट के लिए देसी सीट की जगह वेस्टर्न सीट का इस्तेमाल करें। कैल्शियम वाले सप्लीमेंट्स लेने से बुजुर्गों को लाभ होगा।