मुंह संबंधी समस्या
इसमें जीभ, गाल, तालू, होंठ, ऊपर व नीचे के जबड़े पर घाव होने लगते हैं, जो आगे चलकर गंभीर रूप ले सकते हैं। अवस्था : मुंह के कैंसर की पूर्व अवस्था वाले घावों के दो समूह होते हैं। प्रथम ल्यूकोप्लेकिया यानी सफेद धब्बे। जब यह धब्बे दिखाई दें तो विशेषज्ञ को जरूर दिखाएं। दूसरा समूह है सब म्यूकस फाइब्रोसिस। यह तंबाकू या गुटखे के सेवन से होता है। इसमें व्यक्ति को आमतौर पर मुंह खोलने में कठिनाई होती है। इसका प्रभावी उपचार नहीं है लेकिन तंबाकू का प्रयोग न करके इसके जोखिम को कम किया जा सकता है।
इसमें जीभ, गाल, तालू, होंठ, ऊपर व नीचे के जबड़े पर घाव होने लगते हैं, जो आगे चलकर गंभीर रूप ले सकते हैं। अवस्था : मुंह के कैंसर की पूर्व अवस्था वाले घावों के दो समूह होते हैं। प्रथम ल्यूकोप्लेकिया यानी सफेद धब्बे। जब यह धब्बे दिखाई दें तो विशेषज्ञ को जरूर दिखाएं। दूसरा समूह है सब म्यूकस फाइब्रोसिस। यह तंबाकू या गुटखे के सेवन से होता है। इसमें व्यक्ति को आमतौर पर मुंह खोलने में कठिनाई होती है। इसका प्रभावी उपचार नहीं है लेकिन तंबाकू का प्रयोग न करके इसके जोखिम को कम किया जा सकता है।
गले की तकलीफ
यह कैंसर नाक के पीछे का हिस्सा, मुंह व श्वासनली के पीछे और भोजन नली को प्रभावित करता है।
लक्षण : गले में दर्द, आवाज में परिवर्तन, बलगम आना व सांस लेने में तकलीफ।
इलाज : कीमोथैरेपी, सर्जरी व रेडियोथैरेपी से उपचार किया जाता है।
यह कैंसर नाक के पीछे का हिस्सा, मुंह व श्वासनली के पीछे और भोजन नली को प्रभावित करता है।
लक्षण : गले में दर्द, आवाज में परिवर्तन, बलगम आना व सांस लेने में तकलीफ।
इलाज : कीमोथैरेपी, सर्जरी व रेडियोथैरेपी से उपचार किया जाता है।