इसके प्रमुख लक्षणों में सिरदर्द, चक्कर आना, सीने में दर्द, सांस फूलना, घबराहट, चिड़चिड़ापन, अत्यधिक पसीना आना आदि शामिल हैं। हाई ब्लड प्रेशर के अत्यधिक बढ़ने पर लकवा या बे्रन हेमरेज जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। होम्योपैथी दवाएं ब्लडप्रेशर के इलाज में प्रभावी हैं।
इस चिकित्सा पद्धति में कम उम्र के लोगों में ब्लडप्रेशर को जड़ से ठीक किया जा सकता है और अधिक उम्र के लोगों में आसानी से नियंत्रित रखा जा सकता है। हाई ब्लडप्रेशर में काम आने वाली प्रमुख दवाएं हैं- कैलकेरिया कार्ब, फोसफोरस, लेकेसिस, राउलफिया, डिजिटैलिस, कोनियम मैक और टरमिना अर्जुना आदि। उचित लाभ के लिए जरूरी है कि दवाइयां सही मात्रा और उचित पोटेंसी में दी जाएं इसलिए इनका प्रयोग विशेषज्ञ की सलाह के बाद ही करें।