जोड़ प्रत्यारोपण के बाद भी सावधानी है जरूरी
जयपुरPublished: Jun 10, 2019 11:15:49 am
जोड़ प्रत्यारोपण के बाद सावधानी बरती जानी चाहिए। प्रत्यारोपण के बाद उन्हें क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए यह जानकारी होना जरूरी है।
न करें डॉक्टरों की सलाह को नजर अंदाज जोड़ प्रत्यारोपण के बाद मरीज को यह लगता है कि वह पूरी तरह से ठीक हो गया है। ऐसे में वह उन लापरवाईयों को दोहराने लगता है, जिनके कारण उन्हे जोड़ प्रत्यारोपण कराने की जरुरत पड़ी। कई बार डॉक्टरों की ओर से दी जाने वाली सलाह को भी मरीज नजर अंदाज करता है, ऐसे में उसे फिर से जोड़ प्रत्यारोपण की जरुरत पड़ जाती है।
ध्यान रखिए….
जोड़ प्रत्यारोपण के बाद सावधानी बरती जानी चाहिए ।
नियमित रूप से बैठकर काम करने के लिए कुर्सी का इस्तेमाल ठीक रहता है। अगर घुटना मुड़ता नहीं है तो आल्थी-पाल्थी लगाकर बैठना भारी पड़ सकता है। जिन लोगों को जोड़ संबंधी समस्या होती है उन्हें जमीन पर बैठना, सीढिय़ां चढना कम कर देना चाहिए। सब कुछ सही चलने के बाद भी प्रत्यारोपण के मरीजों को साल में एक बार अपने सर्जन को जरूर दिखाना चाहिए। प्रत्यारोपित जोड़ में किसी भी प्रकार की समस्या एक्स-रे में आने पर उसका तुरंत निदान होना चाहिए।
सचेत रहें
जोड़ प्रत्यारोपण करा चुके मरीज को किसी भी प्रकार का ऑपरेशन, दांतों का इलाज, पेशाब में जलन, फोड़ा अथवा फुंसी होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर एन्टी बॉयोटिक लेना चाहिए। वजन कम रखना भी बहुत जरूरी है। ऑपरेशन करा चुके लोगों को एक से डेढ़ किलोमीटर तक नियमित रूप से घूमना आवश्यक है और इसमें 250 मीटर हर हफ्ते की बढ़ोतरी होनी चाहिए। घूमना ना सिर्फ घुटनों के लिए बल्कि डायबिटिज व ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों की रोकथाम के लिए भी आवश्यक है, इससे मांसपेशियों को ताकत मिलती है।
ऑपरेशन के बाद तैरना, साइकिल चलाना, गोल्फ खेलना और डबल्स बैडमिंटन खेलने की अनुमति होती है, लेकिन फुटबाल, वालीबॉल, बास्केट बॉल आदि खेलों से पूरी तरह बचा जाना जरूरी है।
डॉ. नीरज अग्रवाल, जोड़ प्रत्यारोपण विशेषज्ञ