किडनी में स्टोन होने पर घबराएं नहीं, होम्यापैथी है कारगर
जयपुरPublished: Apr 06, 2019 08:04:03 pm
किडनी मेें स्टोन से बदलने लगता है यूरिन का रंग
क्रिस्टल्स स्टोन्स बनाते हैं
रीनल स्टोन्स जो किडनी में क्रिस्टल्स के बनने के कारण होती हैं। ये क्रिस्टल्स कैल्शियम ऑक्सलेट या फॉस्फेट के बने होते हैं। आमतौर पर क्रिस्टल्स यूरिन के साथ निकल जाते हैं, लेकिन कभी-कभी ये किडनी में रह जाते हैं और वहां अन्य कणों के साथ मिलकर स्टोन्स बनाते हैं। किडनी मेें स्टोन के कारण यूरिन का रंग बदल जाता है। ये धीरे—धीरे बढ़ता जाता है। इससे यूरिन करते समय दर्द भी हो सकता है।
लक्षण: पेट में दर्द जो दाईं या बाईं तरफ हो। इसके कारण उल्टी का मन होना। यूरिन करने में दिक्कत व जलन, बुखार आना व दर्द के साथ यूरिन में खून आ सकता है।
कारण: यूरिन में ऑक्सलेट्स, कैल्शियम, यूरिक एसिड अधिक होना। संक्रमण व यूरिन रोकना।
दवा: सोलिडेगो क्यू, बर्बेरिस वलगरिस क्यू, लाइकोपोडियम, रिबिन्थिना, हाइड्रेंजिया क्यू यूरिन, कैंथरिस लाभदायक है। इसे डॉक्टरी सलाह पर लें।
डॉ. मुकेश गुप्ता, होम्योपैथी विशेषज्ञ