यदि आपको तुलनात्मक रूप से ज्यादा सर्दी लगती है तो इसका संबंध सीधा आपकी सेहत से है। खून की कमी, कुपोषण, संक्रमण, शारीरिक वजन का कम या ज्यादा होना और थायरॉइड वजह हैं। ऐसे में जैकेट-स्वेटर पहनने के बाद भी ज्यादा ठंड लगे तो डॉक्टर से सलाह लें।
वजन का असर : - वजन कम होने पर शरीर में इतना फैट नहीं होता जो ठंड से बचाए। इसके लिए प्रोटीन युक्त हैल्दी फूड जैसे दूध, पनीर, फैट वाला घी और कॉम्प्लेक्स कार्ब के लिए दालें, कद्दू, आलू, ओटमील आदि खाएं ताकि शरीर का तापमान बना रहे।
एनीमिया : - खून व विटामिन-बी१२ की कमी होने पर लाल रुधिर कोशिकाएं बन नहीं पाती साथ ही पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन को शरीर में नहीं ले जा पाती। इससे हीट व जरूरी तत्त्व कोशिकाओं तक नहीं पहुंचते और व्यक्तिको ठंड लगती है। सोयाबीन, मूंगफली आदि खाएं।
डिहाइड्रेशन : - पानी शरीर के तापमान को नियंत्रित रखता है। यह ऊर्जा का स्तर बनाए रखकर शरीर के तापमान को कंफर्टेबल जोन में लाकर धीरे-धीरे ऊर्जा रिलीज करता है। पानी की कमी से शरीर अत्यधिक तापमान के प्रति ज्यादा संवेदनशील हो जाता है।
असंतुलित थायरॉइड : - असंतुलित मात्रा में थायरॉइड रिलीज होने से मेटाबॉलिज्म कम हो जाता है व शरीर से ऊर्जा नहीं निकल पाती व ठंड लगती है। हाइपोथायरॉइडिज्म के अन्य लक्षण बाल का पतला होना, त्वचा का रूखा होना व थकान होना है।
तनाव : - इससे भी शरीर के तापमान में अंतर आ जाता है। तनावपूर्ण स्थिति जैसे झगड़ा या व्यस्तता से भी गर्मी या सर्दी लगती है। भावनात्मक स्थिति से भी तापमान बदल जाता है। कई बार उदास या अकेले रहने पर भी व्यक्तिको अधिक ठंड लगती है।
ऐसे करें बचाव : - शरीर में गर्म व ठंड को संतुलित रखने में मददगार चीजें खाएं। सूप, शकरकंदी, दूध, चने, हरी पत्तेदार सब्जियां आदि सर्दी के मौसम में गर्माहट लाने में मददगार हंै। खजूर, अंजीर, बादाम, अखरोट आदि भी शरीर में गर्मी लाते हैं।