scriptएक्सपर्ट इंटरव्यू: तम्बाकू से करें तौबा, दूर रहेगा कैंसर | Expert Interview: Away from tobacco, cancer Will stay away | Patrika News

एक्सपर्ट इंटरव्यू: तम्बाकू से करें तौबा, दूर रहेगा कैंसर

locationजयपुरPublished: May 07, 2019 10:58:45 am

Submitted by:

Jitendra Rangey

मूत्र रोग से सम्बंधित कैंसर कई दिक्कतों पैदा करते हैं। यदि इस कैंसर से जुड़े लक्षण दिखते हैं तो बिना देर किए चिकित्सक से संपर्क करें।

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मूत्र रोग से सम्बन्धित कैंसर कौन-कौन से होते हैं?
किडनी कैंसर, पेशाब की थैली का कैंसर, वृषण (टेस्टिस) कैंसर, जननांग का कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर।
इन कैंसर के मुख्य कारण क्या-क्या हैं?
आनुवांशिक, किसी भी रूप में तम्बाकू लेने, औद्योगिक डाई, ब्लड प्रेशर की बीमारी, मोटापा और वृषण का सामान्य जगह न होना।
इनके लक्षण क्या होते हैं?
सभी कैंसर के अलग-अलग लक्षण होते हैं। शुरूआती अवस्था में सामान्य जांच के दौरान या सोनोग्राफी में अचानक पता लग सकता है। प्रोस्टेट कैंसर पी.एस.ए. टेस्टिंग से पता लगाया जा सकता है। मुख्य लक्षण यूरिन में खून आना, पेशाब में रुकावट, पेट में सूजन, जननांग व वृषण में कैंसर की गांठ सामने दिखती है। एडवांस स्टेज में भूख न लगना, वजन कम होना, पैरों में सूजन आना, खून की कमी और हड्डियों में दर्द हो सकता है।
इन कैंसर के लिए कौनसी जांचें की जाती हैं?
सोनोग्राफी, सीटी स्कैन, एम.आर.आई. और कुछ स्पेशल टैस्ट किए जाते हैं। जिससे पता चला है कि कहां का कैंसर है और किसी स्टेज में है ।
इलाज के क्या विकल्प हैं?
किडनी कैंसर का ऑपरेशन ही इलाज है। शुरुआती अवस्था में सिर्फ कैंसर की गांठ निकालकर गुर्दा बचाया जा सकता है। प्रोस्टेट कैंसर की शुरूआती अवस्था में ऑपरेशन एवं एडवान्स स्टेज में केस्ट्रेशन, कीमोथैरेपी, हार्मोन थैरेपी व पेलिएटिव इलाज है। वृषण कैंसर के लिए ऑपरेशन फिर रेडियो और कीमोथैरेपी पैथोलॉजी रिपोर्ट के अनुसार। जननांग के कैंसर के लिए ऑपरेशन ही मुख्य इलाज है। कभी-कभी कीमोथैरेपी या रेडियोथैरेपी मददगार होती है।
कैंसर निवारण के क्या तरीके हैें?
लाइफ स्टाइल में बदलाव, ब्लड प्रेशर का नियमित इलाज, तम्बाकू छोडऩा, वृषण के आकार की स्वयं जांच करना, कोई भी असामान्य लक्षण होने पर विशेषज्ञ से मिलना चाहिए।
डॉ. गौतम चौधरी, यूरोलॉजिस्ट

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