होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति में स्वाइन फ्लू के उपचार के लिए एकोनाईट की तीन खुराक एक-एक घंटे के अंतराल में देते हैं। स्थिति गंभीर होने पर आर्सेनिक एल्बा, जेेलेसीमियम, ब्रायोनिया, मर्क ***** और हिपरसल्फ जैसी दवाएं दी जाती हैं।
जिन्हें मरीज के लक्षणों के आधार पर देते हैं। इनसे मरीज को 5-7 दिन में आराम मिलने लगता है। उपचार के दौरान मरीज को ठंडी व खट्टी चीजों से परहेज करना चाहिए।
प्रिवेंटिव डोज : स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए होम्योपैथी में इंफ्लूएंजिनम दी जाती है। 200 पोटेंसी में इस दवा की खुराक तीन दिन तक सुबह के समय लेनी होती है। खाली पेट इस दवा को लेने पर यह ज्यादा प्रभावी होती है।
इसका खर्च 10-15 रुपए होता है। प्रिवेंटिव डोज देने से पहले विशेषज्ञ मरीज से उसकी मेडिकल हिस्ट्री और फैमिली हिस्ट्री के बारे में पूछते हैं। यदि दोनों स्थितियां सामान्य होती हैं तो व्यक्ति को यह खुराक दी जाती है, इसे सभी उम्र के लोग ले सकते हैं।