खांसी की बीमारी के चार कारण हो सकते हैं। पहला श्वसन मार्ग के ऊपरी भाग में टॉन्सिलाइटिस, लेरिन्जाइटिस, फेरिन्जाइटिस, साइनस का संक्रमण, ट्रेकियाइटिस और यूव्यूला का लम्बा हो जाना है। दूसरा श्वसनी (ब्रोंकाई) में ब्रोंकाइटिस, ब्रोंकिएक्टेसिस आदि होना। तीसरे में टीबी, निमोनिया, ट्रॉपिकल एओसिनोफीलिया आदि से खांसी होती है। खांसी का चौथा कारण है प्लूरा के रोग, प्लूरिसी, एमपायमा आदि का होना। सूखी खांसी होने के कारणों में एक्यूट ब्रोंकाइटिस, फेरिनजाइटिस, प्लूरिसी, सायनस का संक्रमण और टीबी की प्रारम्भिक अवस्था का होना है। यह टीबी रोग की प्रारंभिक अवस्था होती है। 8-10 दिन तक उचित परहेज और दवा लेने पर भी खांसी ठीक न हो तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं।
इन बातों का रखें ध्यान
खांसी के रोगी को गुनगुना पानी पीना चाहिए व स्नान भी गुनगुने पानी से करना चाहिए। कफ को कभी भी रोके नहीं। इसके अलावा दिनचर्या और दैनिक आहार में गड़बड़ी नहीं करनी चाहिए। खराब तेल से बना खाना नहीं खाना चाहिए।
डॉ. विनय लाबरू, सीनियर कंसलटेंट, इंटरनल मेडिसिन