ब्लड प्रेशर
इस उम्र में ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ जाता है. जब स्त्रियां अपने खानपान पर ध्यान नहीं देतीं तो बीपी बढने की पूरी संभावना होती है। यदि आपको लगे कि आपका ब्लड प्रेशर सामान्य है, तब भी नियमित रूप से इसकी जांच करानी चाहिए ।
डाइट: इस उम्र में ओमेगा-थ्री फैटी एसिड से युक्त आहार का सेवन रक्तचाप को नियंत्रित करने के साथ हृदय की अनियमित गति को भी ठीक करने में मददगार है।
फिटनेस : एक शोध के अनुसार सिल्वर योग ब्लड प्रेशर की समस्या को कम करता है। अगर आप किसी भी कारण योग नहीं कर पा रही हैं तो सुबह कम से कम 45 मिनट टहलें। टहलते समय ध्यान रखें कि पहले 10 सामान्य गति से और अगले 20 मिनट तेज गति से चलें और फिर अपनी गति को मध्यम कर 10 मिनट तक चलें. रोजाना 40-45 मिनट ऐसा करें. अगर आप सुबह टहल नहीं पा रही हैं तो रात को डिनर के 30 मिनट बाद टहले।
कोलेस्ट्रॉल
ब्लड प्रेशर के साथ-साथ स्त्रियों में कोलेस्ट्रॉल की भी समस्या हो जाती है. इसलिए महिलाओं को हर पांच साल में कोलेस्ट्रॉल की जांच जरूर करानी चाहिए। एक शोध में पाया गया है कि कभी-कभी एचडीएल या अच्छा कोलेस्ट्रॉल भी टाइप-1 मधुमेह से पीडि़त महिलाओं के हृदय रोग के खतरे को बढ़ा सकता है।
डाइट: उच्च फाइबर खाद्य पदार्थ जैसे दलिया, जौ, गेहूं, फल और सब्जियों का सेवन करें। यह रक्त में कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करता है।
फिटनेस: हफ्ते में पांच दिन 30 से 40 मिनट एरोबिक एक्सरसाइज करें और अपने लिपिड प्रोफाइल को मॉनिटर करें।
डायबिटीज
डायबिटीज अपने आप में एक गंभीर समस्या है। सही समय पर इसका पता न चलने पर हृदय रोग, किडनी व आंखों से संबंधित समस्याओं की आशंका बढ़ जाती है. इसलिए स्त्रियों को साल में कम से कम एक बार डायबिटीज की जांच अवश्य करानी चाहिए।
डाइट: डायबिटीज में फाइबर डाइट शुगर लेवल को नियंत्रित करता है। इसलिए गेहूं, ब्राउन राइस या व्हीट ब्रेड आदि को अपनी डाइट में शामिल करें।