scriptटीनएजर्स में बढ़ रहा हार्ट अटैक का खतरा | Risk of heart attacks increasing in teenagers | Patrika News

टीनएजर्स में बढ़ रहा हार्ट अटैक का खतरा

Published: Jun 19, 2016 02:45:00 pm

हार्ट अटैक का सर्वाधिक खतरा बुजुर्गों के लिए माना जाता रहा है, लेकिन एक नए शोध के मुताबिक इस खतरे से टीनएजर्स भी बाहर नहीं

Heart attack sypmtos,bhopal,mp

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लंदन। हार्ट अटैक का सर्वाधिक खतरा बुजुर्गों के लिए माना जाता रहा है। लेकिन एक नए शोध ने वैज्ञानिकों को भी चकित कर दिया है। शोध के मुताबिक इस खतरे से टीनएजर्स भी बाहर नहीं हैं।

हाल में हुए एक शोध की मानें तो 20 या उससे अधिक बीएमआई ( बॉडी मॉस इंडेक्स ) वाले टीनएजर्स को हार्ट अटैक का खतरा सबसे ज्यादा है। एक्सपर्ट्स के अनुसार यह बात इसलिए सकते में डालने वाली है, क्योंकि 18.5 से 25 बीएमआई तक सामान्य भार माना जाता है।

शोधकर्ताओं ने पाया कि 18.5 से 20 बीएमआई में से 20 या उससे अधिक बीएमआई भार वाले टीनएजर्स को सामान्य से 22 प्रतिशत अधिक हार्ट फेल्योर का खतरा होता है।

उन्होनें पाया कि यह 35 बीएमआई के व्यक्ति से औसतन 10 गुना अधिक खतरा था। इसके अलावा शोधकर्ताओं ने पाया कि 20 बीएमआई के उपर प्रति यूनिट की दर से 16 प्रतिशत की दर से खतरा बढ़ता जाता है।

गुटेनबर्ग के सहलग्रेनेस्का एकेडमी में मेडिसिन प्रो. अन्निका रोसेंग्रेन कहती हैं कि, बहुत सारे अध्ययनों में यह साबित हुआ है कि 18.5 से 25 बीएमआई भार तक सामान्य है, लेकिन युवा के लिए या बुजुर्ग के लिए, इसका स्पष्टीकरण नहीं किया
गया है। बहुत से लोग प्राकृतिक रूप से पतले ही होते हैं।

शोधकर्ताओं के अनुसार पूरे विश्व में ओवरवेट टीनएजर्स की संख्या बढ़ रही है। नए शोध के परिणाम इस बात की तरफ संकेत करते हैं युवाओं 47 की उम्र से पहले ही हार्ट अटैक का खतरा बढ़ गया है। यह एक बड़ा खतरा है। इस पर पूरे विश्व को
जल्दी नियंत्रण पाना होगा।

इस अध्ययन के लिए प्रो. रोसेंगन और उनके साथियों ने 1610437 आदमियों के डाटा का विश्लेषण किया। उन्होनें उन लोगों पर 18 से 42 साल की उम्र तक लगातार नजर रखी। इस दौरान 5482 लोग हार्ट अटैक की वजह से हास्पिटल में भर्ती हुए। जिनकी औसत आयु 47 साल थी।

शोध में प्राप्त नतीजों के आधार पर रिसर्चरों ने दावा किया कि महिलाओं में पुरुषों की अपेक्षा हार्ट फेल्योर का बहुत कम खतरा होता है। यह शोध हाल ही में यूरोपियन हार्ट जर्नल में प्रकाशित हुआ था।


*क्या होता है बीएमआई *
बॉडी मॉस इंडेक्स एक अनुपाति पैमाना है। जो बताता है व्यक्ति के शरीर का भार उसकी लंबाई के अनुपात में ठीक है या नहीं। बीएमआई व्यक्ति की लंबाई को दुगुना कर उसमें भार ( किलोग्राम) से भाग देकर निकाला जाता है।
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