आप लगातार अपनी नींद पूरी नहीं कर पा रहे हैं, तो अपने स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे हैं…
अगर आप तीन दिनों तक लगातार अपनी नींद पूरी नहीं कर पा रहे हैं, तो इसका मतलब अपने स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे हैं
नए शोध ने जाहिर कर दिया है कि कई दिनों तक नींद में कमी होने से सेहत पर जोखिम बढ़ सकता है और इससे मधुमेह तथा ओबेसिटी से पीडि़त रोगियों को अधिक नुकसान हो सकता है। पहले के एक अध्ययन ने शिफ्ट में काम करने वालों की अपर्याप्त नींद और उसके स्वास्थ्य पर असर को देखते हुए कहा था कि अपर्याप्त नींद ऐसे लोगों में टाइप-2 डायबिटीज को बढ़ावा देती है।
अमरीका के शिकागो विश्वविद्यालय की ओर से एक अध्ययन में बाधित निद्रा या अपर्याप्त नींद का संबंध वजन बढऩे तथा टाइप-2 डायबिटीज के साथ पुन: परखा गया है
कम समय तक नींद आना भी स्वास्थ्य के हित में नहीं है। इसपर शिकागो विश्वविद्यालय ने हाल ही में एक स्टडी कराई है, जिसमें सामने आया है कि तीन दिनों तक अपर्याप्त नींद, रक्त शर्करा को व्यवस्थित करने वाले इंसुलिन की क्षमता कम कर देती है।
अमरीकी शोधार्थियों ने अपर्याप्त नींद के बारे में कहा है कि यह वर्तमान दौर में मोटापा तथा टाइप-2 डायबिटीज को महामारी के रूप में लाने में कारगर भूमिका निभा सकती है, लेकिन नींद की पूरी खुराक मधुमेह तथा मोटे लोगों के स्वास्थ्य पर आए रोगगत लक्षणों को उलट सकती है।
इस अध्ययन में 24 घंटों में रक्त में फैटी एसिड के स्तर पर अपर्याप्त नींद के प्रभाव को देखा गया। नतीजों में पाया गया कि नींद की कमी, रक्त में मुक्त फैटी एसिड के स्तर को बढ़ा देती है, इससे हेल्दी युवकों में भी अस्थायी तौर पर प्री-डायबिटिक परिस्थितियां पैदा होती हैं।
कई अध्ययनों ने पहले ही जाहिर कर दिया है कि बाधिक निद्रा का संबंध वजन बढऩे तथा टाइप-2 डायबिटीज से है।