रोग और उपचार

डिजिटल आदतों का यूं करें इलाज

क्या आप रोजाना टेक-सेवी बनते जा रहे हैं। यह प्रोफेशनल और सोशल लाइफ के लिए तो अच्छा है लेकिन इससे पर्सनल लाइफ में इतना कचरा भर रहा है कि आप अनहैल्दी होते जा रहे हैं।

जयपुरJun 10, 2018 / 05:44 am

शंकर शर्मा

डिजिटल आदतों का यूं करें इलाज

क्या आप रोजाना टेक-सेवी बनते जा रहे हैं। यह प्रोफेशनल और सोशल लाइफ के लिए तो अच्छा है लेकिन इससे पर्सनल लाइफ में इतना कचरा भर रहा है कि आप अनहैल्दी होते जा रहे हैं। अगर आप अच्छा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य चाहते हैं तो इन तरीकों से अपने डिजिटल कचरे को साफ करें।

स्मार्टफोन को आराम दें
सबसे कटकर, अलग हटकर आपको स्मार्टफोन की लत लग चुकी है। आप अपनों के बिना रह सकते हैं, लेकिन अपने स्मार्टफोन के बिना रहना मुश्किल है। अमरीका में एक शोध में सामने आया है कि जितनी बार आप अपने स्मार्टफोन में अपने अपडेट्स चैक करते हैं आपका तनाव उतना ही बढ़ता है।


डिजिटल इलाज
हमेशा अपने स्मार्टफोन से चिपके नहीं रहें, इसे भी थोड़ा आराम दें। खुद को और अपने से जुड़े लोगों को समझते हुए बाकी नियमों को अपनाएं।

ई-मेल पर कसें लगाम
मान लिया कि आपको डर है कि ऐसा करके आप खुद का नुकसान भी कर सकते हैं फिर भी ऐसा करना आपके लिए जरूरी हो सकता है। जहां तक हो सके अपने ई-मेल अलर्ट को सीमित ही रखें। घड़ी-घड़ी मेल चेक न करें।


डिजिटल इलाज
कम से कम छुट्टी वाले दिन ई-मेल पर लगाम लगाएं। सिर्फ देखने भर की कसक के चलते ई-मेल इनबॉक्स में टाइम पास नहीं करेंगे तो दिमाग के इनबॉक्स की सफाई का वक्त मिलेगा।

करें पॉजिटिव चैट
डिजिटल बदलाव लाने के लिए पॉजिटिव चैट की आदत डालें इससे आपका दिमाग भी स्वस्थ रहेगा और नकारात्मक विचार भी आप पर हावी नहीं होंगे।


डिजिटल इलाज
अपनी पोस्ट और कमेंट में नेगेटिविटी कम करें। हो सकता है कि शुरुआत में रिस्पॉन्स, हिट्स या लाइक्स न मिलें लेकिन आप खुद को काफी हल्का और पॉजिटिव महसूस करेंगे।

कभी-कभी नो कनेक्टिविटी इज बेस्ट
हर बात पर अपडेट देना या लेना डर और कमजोरी समझा जा सकता है। खुद को केयरिंग साबित करने की यह आदत भारी भी पड़ सकती है।


डिजिटल इलाज
थोड़े बेपरवाह बनिए। छुट्टी पर हैं तो अपने लिए वक्त निकालिए। अपने गैजेट को ऑफ करेंगे तो हो सकता है आप खुद को और बेहतर जान पाएं।


दूसरों की पोस्ट देखकर जलना छोडि़ए
यह सबसे बुरी डिजिटल आदत है जो हर रोज कोई नया रूप दिखाती है। दूसरों की पोस्ट में घुसकर उसका पोस्टमॉर्टम करना और उस पर बेकार के कमेंट करना या जलना आपको जहरीला बना रही है।


डिजिटल इलाज
दूसरों की पोस्ट देखने से ज्यादा अच्छा है अपनी पोस्ट लिखिए। अपनी पोस्ट में क्रिएटिविटी और सकारात्मकता डालिए ताकि आप खुद ही नहीं दूसरों को भी प्रेरित कर सकें।

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